साजिश के बिना एकदम 5 से 10000 लोग इकट्ठा नहीं होते यह कहीं ना कहीं ऐसी साजिश है ऐसा नेटवर्क एक तैयार हुआ है-डॉक्टर संजीव बालियान

बाइट – संजीव बालियान ( पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री )

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की बुढाना कोतवाली क्षेत्र में शनिवार रात हुए विवादित पोस्ट को लेकर हंगामे ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। जिसके चलते सोमवार को पूर्व केंद्र राज्य मंत्री संजीव बालियान आरोपी अखिल त्यागी के घर पहुंचे थे।

जहां पर संजीव बालियान ने अखिल त्यागी के परिजनों सहित क्षेत्रीय लोगों से इस मामले को लेकर बातचीत की इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जाम हंगामा और पथराव करने वाले लोगों की अगर जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह थाने में बैठ जाएंगे और चारों तरफ से लोग आ जाएंगे और अब एक्शन पर रिएक्शन होगा उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के घर पथराव हुआ है।

संजीव बालियान का साफ तौर पर कहना है कि हंगामा के दिन सड़क पर इकट्ठा हुई 10000 लोगों की भीड़ ऐसे ही इकट्ठा नहीं होती यह एक साजिश है। पूर्व मंत्री संजीव बालियान ने इस घटना को लेकर कहा कि 5 से 10000 की भीड़ द्वारा उसे दिन कस्बे को बंधक बनाया गया था।

 

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान की माने तो 10 साल तो पूरी शांति रही कानून का राज रहा जाति धर्म के आधार पर भेदभाव हुआ नहीं का एकका एक जिस तरह से बुढ़ाना कस्बे में 5 से 10000 की भीड़ के द्वारा कस्बे को बंधक बनाया गया रास्ते रोक दिए गए यहां प्रवेश त्यागी जी के आवास पर पथराव और आगजनी की गई ठीक है एक टिप्पणी गलत की थी अखिल त्यागी ने उसको पुलिस ने जेल भेज दिया लेकिन तरह की घटना जो हुई है यह यह 10 साल से मुजफ्फरनगर में सुनाई नहीं दे रही थी पुलिस अपना काम करें जो आगजनी करने वाले पथराव करने वाले वाले लोग हैं मुकदमा दर्ज है उन पर भी ऐसी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जैसी अखिल त्यागी के ऊपर कारवाई की गई तो आज पुलिस द्वारा कहा गया है कि कार्रवाई करेंगे हम कल तक उसकी प्रतीक्षा करेंगे क्या कार्रवाई होती है फिर कस्बे के लोग दोबारा बैठेंगे और कस्बे को अराजक तत्वों के हवाले नहीं किया जाएगा जनपद में कानून का राज था और कानून का राज रहेगा किसी के दबाव में आकर पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई न करें जो निष्पक्ष कार्रवाई है वह करें और कानून का राज दोबारा स्थापित करें इसी नजरिए से देखता हूं जो इस तरह के अलगाववादी किस्म के लोग हैं जो जनपद को शांत नहीं रहने देना चाहते वह अपने मकसद में कामयाब हुए थे और उसी का परिणाम शायद यह आज है निश्चित रूप से कस्बे के लोग तय करेंगे और जब कस्बे के लोग तय करके मुझे बुलाएंगे मैं यही खड़ा पाऊंगा ने भी दोषी हैं उनकी गिरफ्तारी निश्चित तौर पर करवाई जाएगी किसी भी कीमत पर किसी भी दोषी को इसमें छोड़ नहीं जाएगा अब तो जनता को जवाब देना है इस तरह के व्यक्ति को जनता वोट देता है या नहीं देती यह तो जवाब मीरापुर की जनता को देना है मीरपुर की जनता का जवाब बिल्कुल उचित रहेगा ऐसे व्यक्ति को दोबारा विधानसभा नहीं जाने देगी चर्चा है मेरी टिप्पणी उचित नहीं है मैं तो यह कहता हूं कि अगर अखिल त्यागी की गिरफ्तारी परिवार के द्वारा की गई है तो जो परिवार की तरफ से मुकदमा दर्ज है उस पर भी उसी तरह से पुलिस गिरफ्तारी गंभीरता दिखाएं और कार्रवाई करें यह ना समझे की भीड़ तंत्र एक ही तरफ है दबाव हम भी उतना ही डाल सकते हैं साजिश है जी साजिश के बिना एकदम 5 से 10000 लोग इकट्ठा नहीं होते यह कहीं ना कहीं ऐसी साजिश है ऐसा नेटवर्क एक तैयार हुआ है जनपद में इस नेटवर्क को पुलिस को देखना पड़ेगा प्रशासन को देखना पड़ेगा नहीं तो कभी भी इस तरह की घटना को अंजाम दे सकते हैं ऐसा तो हो नहीं सकता कि ना हो नहीं तो हमारे पास भी बहुत कुछ है करने के लिए हां शांति समिति की मीटिंग में भी वही लोग थे बैठे थे जिन लोगों ने दंगे में जिन लोगों ने इस कस्बे का में अराजक माहौल पैदा किया वहीं शांति समिति की मीटिंग में में थे।

 

 

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