नई दिल्ली। वारी एनर्जीज लिमिटेड के आईपीओ से जुड़ी सभी जानकारियां सामने आ गई हैं। यह पिछले पांच साल में 67 हजार फीसदी से अधिक रिटर्न देकर तहलका मचाने वाली वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज की पैरेंट कंपी है। इसका प्राइस बैंड 1427 से 1503 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। यह इसके अनलिस्टेड प्राइस से 45 फीसदी कम है। इसका मतलब है कि वारी एनर्जीज का आईपीओ तगड़ा रिटर्न दे सकता है।

अभी अन-लिस्टेड मार्केट में वारी के शेयरों 2,700 से 2,750 रुपये के बीच थी। अगस्त 2023 में यह लगभग 800 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर थी। इसका मतलब कि करीब एक साल में यह स्टॉक करीब 300 फीसदी की वृद्धि कर चुका है।

अनलिस्टेड स्टॉक में उछाल क्यों?

शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक, निवेशकों को उम्मीद है कि वारी एनर्जीज के स्टॉक के एक्सचेजों पर धमाकेदार एंट्री होगी। इसी के चलते वारी के अन-लिस्टेड शेयरों के भाव में तूफानी तेजी आई है। दिलचस्प बात यह है कि ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम 1,280 रुपये है, जो इसके प्राइस बैंड से करीब 85 फीसदी अधिक है।

वारी ने प्राइस बैंड कम क्यों रखा?

अब जाहिर तौर पर वारी एनर्जीज इकलौती कंपनी नहीं है, जिसने अन-लिस्टेड मार्केट में चल रहे शेयर मूल्य से कहीं कम प्राइस बैंड तय किया है। इससे पहले एजीएस ट्रांजैक्ट, यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, पीबी फिनटेक और टाटा टेक्नोलॉजीज ने भी अपने आईपीओ प्राइस बैंड को अन-लिस्टेड शेयरों के मूल्य से कम पर रखा था।

पैसाबाजार प्लेटफॉर्म की पैरेंट कंपनी पीबी फिनटेक ने आईपीओ प्राइस बैंड 940-980 रुपये प्रति शेयर तय किया था। लेकिन, आईपीओ से ठीक पहले शेयर 1,900 रुपये प्रति शेयर के आसपास थे। वहीं, टाटा टेक आईपीओ प्राइस बैंड 475-500 रुपये प्रति शेयर था, जो इसके गैर-सूचीबद्ध बाजार मूल्य 950 रुपये प्रति शेयर से लगभग 47.4 प्रतिशत कम था। इन दोनों कंपनियों के शेयरों ने धमाकेदार लिस्टिंग गेन भी दिया था।

वारी एनर्जीज के आईपीओ की डिटेल

वारी का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक खुलेगा। म्यूचुअल फंड जैसे बड़े खिलाड़ियों के लिए एंकर बिडिंग 8 अक्टूबर से शुरू होगी। शेयर अलॉटमेंट 24 अक्टूबर को होगा। 25 अक्टूबर को रिफंड और डीमैट खातों में शेयर क्रेडिट किए जाएंगे। वारी एनर्जीज की एनएसई और बीएसई पर लिस्टिंग 28 अक्टूबर को हो सकती है।

इस आईपीओ में 3,600 करोड़ रुपये का नया इश्यू है। वहीं, मौजूदा शेयरधारक और प्रमोटर ऑफर फॉर सेल के जरिए 48 लाख शेयरों की बिक्री करेंगे। आईपीओ के अपर प्राइस बैंड के हिसाब से कुल इश्यू साइज करीब 4,321 करोड़ रुपये होगा। वहीं, कंपनी का कुल मार्केट कैप करीब 43,000 करोड़ रुपये होगा।

क्या करती है वारी एनर्जीज?

वारी एनर्जीज दरअसल की पैरेंट कंपनी है। यह कंपनी पांच साल में 67 हजार फीसदी से अधिक का रिटर्न दे चुकी है। इसके शेयर नवंबर 2020 तक 2 रुपये के आसपास थे। वहां अगले चार साल में यह 3 रुपये रुपये तक पहुंच गया। वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजी का ऑलटाइम हाई 3,037.75 रुपये है, जो मई 2024 में बनाया था। हालांकि, वहां से इसमें काफी करेक्शन हुआ और फिलहाल वारी रिन्यूएबल 1,700 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है।

वहीं, वारी एनर्जीज की बात करें, तो यह सोलर पैनल बनाने के लिए मशहूर है। इसकी गिनती सोलर इंडस्ट्री की टॉप कंपनियों में होती है। जून 2023 तक के डेटा के मुताबिक, वारी एनर्जीज के पास 12 गीगावाट की कुल स्थापित क्षमता है और इसका फोकस PV मॉड्यूल की मैन्युफैक्चरिंग पर है। आईपीओ के पैसों का इस्तेमाल ओडिशा में 6GW की इंगोट वेफर, सोलर सेल और सोलर PV मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने में करेगी।

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