फर्जी वसियत प्रकरण……
देवबंद में भूमाफियाओं का बड़ा कारनामा, फर्जी वसीयत के बाद अब फर्जी सदस्य परिवार प्रमाण-पत्र आया निकलकर सामने
करोड़ों की सम्पत्ति को हड़पे जाने का हो रहा है खेल
दो दिन पूर्व मुकदमा लिखवाने वाली महिला परिवार सहित आई सवालों के घेरे में
सहारनपुर, देवबंद
एक अरब रुपए की संपत्ति पर कब्जा करने की नीयत से तैयार कराए गए फर्जी प्रमाण पत्र का मामला भी शांत भी नहीं हुआ था कि इसी मामले से फर्जी दस्तावेज तैयार कर सदस्यता प्रमाण पत्र बनवाने का मामला सामने आ गया है। इसके बाद सहारनपुर डीएम ने मामले की गंभीरता के साथ जांच के आदेश दिए।
बजरंग दल के पूर्व प्रांत विकास त्यागी ने बताया की देवबंद में मृतक शोएब की मृत्यु पश्चात उसकी फर्जी वसियत को बनाकर करोड़ों रुपए की संपत्ति को हडपे जाने का मामले में जांच शुरू कराई थी, जिसमें आला अधिकारी जांच कर रहे हैं, तुम वही दूसरी ओर इसी संपत्ति को हडपने के लिए अब जिलाधिकारी कार्यालय से फर्जी परिवार सदस्य प्रमाण पत्र जारी होना पाया गया है। जिसमें देवबंद तहसील से जांच आख्या रिपोर्ट पूरी तरह से फर्जी तैयार की गई है। जिस पर संबंधित लेखपाल, राजस्व निरीक्षक व तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर भी हुए हैं। उक्त रिपोर्ट तहसील देवबंद के किसी भी डाक रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है। इसके बावजूद जिलाधिकारी कार्यालय से फर्जी परिवार सदस्य प्रमाण पत्र जारी करा लिया गया है। जिसमें मृतक शोएब की पत्नी का नाम दो विवाहित पुत्रियों तथा एक पुत्र का नाम दर्ज गया है। पहले मृतक शोयब को जिंदा दिखाकर उसकी फर्जी तरह से वसियत करना,एक ही नाम पर दो अलग-अलग तिथियों में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराना जिसमे जिलाधिकारी डा.दिनेश चंद्र के द्वारा उपजिलाधिकारी अंकुर वर्मा को तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.विपिन ताडा पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक सिसोदिया को जांच सौफ रखी है। जो अभी तक जारी है। किंतु इसी प्रकरण में अब फर्जी सदस्य प्रमाण पत्र सामने आ गया है। जिसके सम्बंध में बजरंग दल नेता विकास त्यागी ने फिर जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर सदस्य प्रमाण-पत्र को जारी करने वाले तथा कराने वालो के विरूद्ध तुरंत एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। दिलचप्प बात ये है की योगी सरकार में कैसे भुमाफिया इस प्रकार से सरकारी अभिलेख तैयार करके कैसे सम्पत्ति व भूमि को हडप रहे है।
वर्जन….
जिलाधिकारी के आदेश पर पूरे प्रकरण में गंभीरता के साथ जांच जारी है। जांच में जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी।
अंकुर वर्मा, एसडीएम देवबंद।
प्रशांत त्यागी
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