अनुज त्यागी
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में स्थित खादर क्षेत्र के तुगलपुर कमहेड़ा गाँव में उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी काऊ सेंचुरी का निर्माण कराया गया है। जिसे रोजाना 500 मजदूरों की मेहनत से 8 महीने के रिकार्ड समय में बनाया गया 20 एकड़ में बनी इस काऊ सेंचुरी को केंद्र सरकार के सहयोग से तैयार किया गया है जिसमें तकरीबन 5000 गोवंशों को रखने की कैपेसिटी है।
जिसके चलते सोमवार को केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान द्वारा इस काऊ सेंचुरी में पहुँचकर इसे शुरू कराते हुए इसमे गौवंशो को रखवाया गया है।
आपको बता दे कि 5000 गोवंशों की कैपेसिटी वाली इस गाऊँ सेंचुरी में जहां एक सीएनजी प्लांट लगाया जाएगा तो वही 10 एकड़ में इसमें एक ट्रेनिंग सेंटर भी खोला जाएगा जिसमें युवाओं को 3 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी इस ट्रेनिंग में आर्टिफिशियल, सिम्युलेंस, वैक्सीनेशन एवं फास्ट ट्रेडर्स की ट्रेनिंग दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक 20 एकड़ में बनाई गई इस काऊ सेंचुरी में खेतों में किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले गोवंशों को सड़कों पर घूमने वाले गोवंशों को रखा जाएगा बताया जा रहा है कि तकरीबन 500 लोग को इस काऊ सेंचुरी में काम दिया जाएगा।
इसके बारे में अधिक जानकारी देते हुए केंद्र राज्य मंत्री संजीव बालियान ने बताया कि देखिए काऊ सेंचुरी का निर्माण करीब 8 महीने के रिकॉर्ड समय में हुआ है एवं केंद्र सरकार के सहयोग से एनडीए…. के द्वारा इसका निर्माण किया गया हैऔर अब यह प्रदेश सरकार को हैंडोवर कर दी गई है वहीं अब इसमें एक संस्था के साथ मिलकर जनपद मुजफ्फरनगर में जितने आवारा, बेसहारा या जिन किसानो कों खेत मे गोवंश से समस्या हो रही है पवन पूरे गोवंशों को यहां लाया जाएगा जिसकी 5000 गोवंशों के करीब की कैपेसिटी है साथ ही एक सीएनजी प्लांट लगाया जाएगा एवं गोबर से सीएनजी बनेगी और जो बचा हुआ गोबर होगा उससे खाद बनाई जाएगी, इसमें सामने करीब 10 एकड़ में एक ट्रेनिंग सेंटर होगा जिसमें जो युवा है उनको 3 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी जिसमें आर्टिफिशियल सिमुलेशन, वैक्सीनेशन एवं फर्स्ट ट्रेडर्स की ट्रेनिंग हुआ करेगी तो यह एक तरह से पूरा कॉम्पलेक्स होगा जो भारत सरकार का एक पायलट प्रोजेक्ट है वही कोशिश की जाएगी जो गोवंश की सड़कों पर घूमने या खेत पर घूमने की समस्या है तो यह पायलट प्रोजेक्ट है दूसरे जनपदों में भी इसके बारे में माननीय मुख्यमंत्री वह मान्य प्रधानमंत्री से अवगत कराया जाएगा और पायलट प्रोजेक्ट को बाहर दूसरे जनपदों में भी कोशिश करेंगे कि इसे दूसरी जगह भी चलाएं, देखिये काऊ सेंचुरी, सीएनजी प्लांट, ट्रेनिंग प्लांट मुझे लगता है कि इन्हे मिलाकर 400 से 500 रोजगार पैदा होंगे एवं आप खुद देख रहे होंगे कि करीब पिछले 8 महीने से यहां लगातार 500 लोग काम कर रहे हैं एवं लगातार इसमें 500 लोग काम करेंगे और भविष्य में जो नई टेक्नोलॉजी एवं कुछ अन्य बात है जिससे पूरे देश पर एक मॉडल रहे और लोग यहां आकर देख व सीख सके, हां प्रयास रहेगा की और जनपदों के जनप्रतिनिधि भी इसमें आगे आए एवं देखते है कोई अन्य स्कीम इसमें बने और उसमें माननीय प्रधानमंत्री व माननीय मुख्यमंत्री जो निर्णय लेंगे उसी हिसाब से होगा।
बाइट = संजीव बालियान ( केंद्र राज्य मंत्री )

