एटा। थाना जसरथपुर क्षेत्र के गांव नगला बलू में पिता-पुत्री की हत्या करने वाले ने बेखौफ होकर खूनी खेल खेला। वह पहले ही योजना बनाकर आया कि उसे क्या करना है। पुलिस के मुताबिक घटनाक्रम, घटनास्थल के हालात तथा चश्मदीद बताते हैं कि हत्यारे पर इतना जुनून सवार था कि वह पिता और पुत्री के सिर में बेलचा से लगातार प्रहार करता रहा। दोनों बेहोश हो गए, फिर भी उसने हमला किया।
घटना की चश्मदीद अंतराम की पुत्रवधू शशि है। शशि ने जो घटनाक्रम बताया है वह यह साबित करता है कि आरोपित थाने में बैठकर जो बयान दे रहा है वह झूठ है। शशि ने बताया कि हत्यारा मकान की छत पर चढ़कर नीचे पहुंचा, उसका हाथ में बेलचा था। सबसे पहले वह तनीषा के पास पहुंचा और उसका हाथ पकड़कर अपने साथ चलने के लिए कहा, लेकिन तनीषा ने जाने से इनकार कर दिया तो वह पिटाई करने लगा और जबरन खींचकर ले जाने की कोशिश की।
मां चीखती रही, पुनीत बेलचा मारता रहा
शोर सुनकर पिता अंतराम कमरे से बाहर निकल आए और बेटी को बचाने की कोशिश करने लगे। इतने में ही हमलावर ने पिता के सिर पर बेलचा से वार कर दिया। यह देख बेटी पिता को बचाने के लिए दौड़ी तो उसका सिर भी फोड़ दिया, वह बेहोश हो गई, फिर भी हत्यारे ने तीन-चार बार प्रहार उसके सिर पर किए। पिता भी बेहोश हो चुके थे, यही हाल उसने उनका किया। मां फूलश्री चीखती चिल्लाती रहीं तो उनका सिर भी फोड़ दिया।
दरवाजे के अंदर से देख रही थी घटनाक्रम
शशि बताती है कि वह अपनी एक वर्ष की बेटी प्रियांशी के साथ कमरे में थी, अंदर से दरवाजा बंद कर लिया, लेकिन दरवाजे के सुराख से बाहर का पूरा नजारा दिखाई दे रहा था। हमलावर दरवाजा पीटता रहा, लेकिन खोल नहीं पाया।
हमलावर के जाने पर डायल किया 112
शशि ने बताया कि हमलावर जब चला गया तो सबसे पहले उसने डायल 112 पर काल की, थोड़ी देर बाद ही पुलिस पहुंच गई। इसके बाद अन्य अधिकारी भी पहुंचे और उन्हें पूरी घटना के बारे में बताया। उसका यह भी कहना है कि उसे सिर्फ एक ही हमलावर दिखाई दे रहा था।
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