प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत प्रत्येक क्षेत्र में नित नई ऊंचाई को प्राप्त कर रहा है। कभी उपेक्षित रहे खेलों में भी पूरे देश में तेजी के साथ प्रगति हो रही है। अब तक प्रयागराज की पहचान संगम नगरी के रूप में रही है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों के चलते इस जनपद का नाम था।
महर्षि भरद्वाज ने पहले गुरुकुल की स्थापना इसी पावन धरा पर की थी। दुनिया के सबसे बड़े उच्च न्यायालय के रूप में इस धरती को जाना जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों की मेरिट भी प्रयागराज के महत्व को कई गुना बढ़ाता है। अब इन से अलग प्रयागराज खेल के क्षेत्र में भी देश और दुनिया में नाम रोशन कर रहा है।
अमिताभ बच्चन के नाम पर होना भी एक उपलब्धि
मुख्यमंत्री शुक्रवार शाम म्योहाल स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के स्वर्ण जयंती समारोह के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कला जगत के महानायक अमिताभ बच्चन के नाम से अब इस स्पोर्ट्स कांप्लेक्स को जाना जाता है। यह भी बड़ी उपलब्धि है। कहा कि किसी भी संस्था-संस्थान के लिए स्वर्ण जयंती महत्वपूर्ण होता है। इसलिए इस कांप्लेक्स को और आगे ले जाने के लिए सभी मिलकर प्रयास करें।
स्मार्ट सिटी योजना से खेलों पर सौ करोड़ रुपये किए जाएंगे खर्च
राज्य सरकार अब तक इसे बढ़ाने में सहयोग करती रही है। अब और भी ज्यादा करेगी। मुख्यमंत्री ने घोषणा किया कि खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रयागराज में स्मार्ट सिटी योजना के तहत 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें 60 करोड़ रुपये म्योहाल कांप्लेक्स में खेल गतिविधियों के विकास में खर्च होंगे। बताया कि विभिन्न स्कूलों और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 10-10 करोड़ तथा अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में खेल सुविधाएं बढ़ाने के लिए सात करोड़ रुपये खर्च होंगे।
ओपन एयर जिम, बच्चों के खेलकूद, नौकायन के लिए भी बजट
सीएम ने ओपन एयर जिम के लिए चार करोड़ 25 लाख, 60 स्थानों पर बच्चों के खेलकूद व मनोरंजन के लिए मल्टी एक्टिविटी सेंटर के लिए दो करोड़ 80 लाख रुपये तथा नौकायन के लिए दो करोड़ रुपये भी स्वीकृत किए।
मेडल विजेता और प्रतिभागियों को किया जा रहा सम्मानित
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलिंपिक, पैरा ओलिंपिक, कामनवेल्थ व एशियाड खेलों में मेडल जीतने वाले तथा प्रतिभाग करने वाले खिलाडिय़ों को राज्य सरकार अब सम्मानित करने लगी है। पहले इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता था। कहा कि गुजरात में राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतिस्पर्धा चल रही है, जहां यूपी से भी काफी संख्या में खिलाड़ी गए हैैं। उन्हें वातानुकूलित कोच से भेजने की व्यवस्था की गई थी, जबकि पहले उन्हें नान एसी में भेजा जाता था।
गांव-गांव खेल मैदान और मिनी स्टेडियम बनाने पर जोर
बताया कि आज हर गांव में खेल के मैदान, ब्लाक स्तर पर मिनी स्टेडियम और जिला स्तर पर स्टेडियम बन रहे हैैं। गांव-गांव ओपन एयर जिम की व्यवस्था हो रही है। कहा कि मेरठ में प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय खोला जा रहा है। उन्होंने म्योहाल कांप्लेक्स के इस कार्यक्रम के लिए उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश विक्रम नाथ के प्रयासों की सराहना भी की।
पूर्व डीएम समेत कई खिलाड़ियों का किया सम्मान
मुख्यमंत्री ने इस कांप्लेक्स में प्रैक्टिस कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता सुहास एलवाई (आइएएस), दमयंती तांबे, अभिनव सिन्हा, मेखला सूबेदार व दिलीप त्रिपाठी को सम्मानित भी किया।
समारोह को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्त नंदी, खेल राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव और अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने भी संबोधित किया।
" "" "" "" "" "