देहरादून।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की में थिंक इण्डिया के सहयोग से आयोजित “जी-20 इम्पैक्ट समिटः अनशीलिंग द पोटेंशियल” कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कहा कि जी-20 की अध्यक्षता भारत के लिए एक राजनीतिक अवसर नहीं, बल्कि यह एक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जी-20 ऐसे देशों का समूह है, जिनका आर्थिक सामर्थ्य विश्व की 85 प्रतिशत जीडीपी का तथा विश्व के 75 प्रतिशत व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें विश्व की दो-तिहाई जनसंख्या समाहित है और जो आजादी के अमृतकाल में हमारे लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के जी-20 की थीम वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर है, जो मूल रूप से भारतीय संस्कृति द्वारा विश्व को दिए गए सिद्धांत वसुधैव कुटुंबकम पर आधारित है, जिसका अर्थ है समस्त विश्व एक परिवार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विश्व के लोगों को भारत को जानने, समझने की जिज्ञासा है। वे हमारी सांस्कृतिक धरोहरों का अध्ययन, वर्तमान की सफलताओं का आंकलन तथा हमारे भविष्य को लेकर अभूतपूर्व आशाएं प्रकट कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज भारत बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य को जी-20 की तीन बैठकों का आयोजन करने का अवसर प्रदान किया। आई.आई.टी. रुड़की का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान 176 वर्षों से भारतीय शिक्षा के क्षेत्र में देश को गौरवान्वित करता आ रहा है तथा यहां से अध्ययन करने वाले अनेकों विद्यार्थी आज देश व विदेश के अनेकों महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस अवसर पर निदेशक भारतीय प्रौद्यागिकी संस्थान रूड़की प्रो० के.के. पन्त, प्रो० ए.एच. उपाध्याय, सार्थक पाण्डया, विधायक प्रदीप बत्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, भाजपा जिला अध्यक्ष रूड़की शोभाराम प्रजापति आदि उपस्थित रहे।
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