यूपी के गाजियाबाद (Ghaziabad) में ऑनलाइन गेमिंग (Online Game) के जरिए नाबालिग बच्चों के धर्मांतरण (Conversion) कराने वाले गिरोह का खुलासा होने के बाद हड़कंप मच गया है. पुलिस को इनपुट मिले हैं कि इस गिरोह का जाल देशभर में फैला हुआ है. जिसके बाद अब इस मामले की जांच में आईबी जुट गई है. वहीं इस खबर के बाद गृह मंत्रालय और यूपी सरकार भी एक्शन मोड में है. गाजियाबाद पुलिस से इस मामले पर जानकारी मांगी गई है.
पुलिस अब ये जानने की कोशिश कर रही है कि ऑनलाइन गेम के जरिए नाबालिग बच्चों को धर्मांतरण का शिकार बनाने के गिरोह में कौन-कौन लोग शामिल हैं और अब तक ये कितनों को अपना शिकार बना चुके हैं. पुलिस ने अब तक इस मामले में गाजियाबाद में ही एक मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार किया है. आरोपी दो साल पहले ही इस मस्जिद में आया था और यहां काम कर रहा था. नन्नी से पूछताछ में पता चला है कि गिरोह का सरगना मुंबई के ठाणे का रहने वाला है. उसका नाम बद्दो है.
ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण का खेल
गाजियाबाद पुलिस इस गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई पहुंच गई है. इस गिरोह की विदेशी फंडिंग के एंगल से भी जांच की जा रही है. इसके साथ ही पुलिस को शक है कि ये गिरोह भारत के साथ दूसरे देशों के नाबालिगों को भी अपना शिकार बना सकता है. इस मामले पर यूपी अल्पसंख्यक आयोग ने भी प्रदेश के डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है. आयोग के सदस्य परविंदर सिंह ने डीजीपी को पत्र लिखकर कहा है कि ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में नाबालिगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है. इसकी जांच रिपोर्ट 12 जून तक दी जाए.
दरअसल गाजियाबाद में दो नाबालिग किशोरों के परिजनों ने अपने बच्चों के धर्मांतरण की शिकायत दर्ज कराई थी आरोपियों ने न सिर्फ उनका धर्म परिवर्तन किया बल्कि उन्हें पांच वक्त का नमाजी तक बना डाला. जांच में पता चला कि इन किशोरों के साथ कुछ मुस्लिम लड़के नाम बदल कर ऑनलाइन गेम फॉर नाइट गेम ऐप पर खेलते थे, गेम हारने पर उन्हें जीतने के लिए जाकिर नाइक की आयतें पढ़वाई जाती थी, जिसके बाद उन्हें जिता कर आयतों पर भरोसा दिलाया जाता था. इसके बाद discord app द्वारा मुस्लिम लड़के यूजर आईडी बनाकर हिंदू लड़कों से चैट करते थे, बहला फुसलाकर उन्हें इस्लामी रीति रिवाज अपनाने के लिए स्पीच दिखाते और इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करते थे.
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