पाकिस्तान में पिछले कुछ महीनों से शेख भिरकियो के सिंध गांव (Sindh) और टांडो अल्लाहयार जिले में हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. बिटर विंटर के एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में मानवाधिकार संगठनों और कार्यकर्ताओं ने रितु (काल्पनिक नाम) की लड़की के साथ हुए यौन शोषण के मामले पर ध्यान केंद्रित किया.
सिंध प्रांत के टांडो अल्लायार जिले के शेख भीरकिओ गांव की रहने वाली 6 साल की बच्ची का 23 साल के दो मुस्लिम लड़के ने यौन शोषण किया. इस घटना को तब अंजाम दिया गया, जब वो अपने घर के बाहर खेल रही थी. घटना के बाद रितु अपने घर से करीब छह किलोमीटर दूर बेहोशी की हालत में पड़ी मिली.
पुलिस ने किसी भी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई
स्थानीय लोगों ने रितु को घायल अवस्था में नजदीकी हॉस्पिटल में ले जाकर भर्ती किया. इसके बाद बच्ची के मां-बाप ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामले को लेकर शिकायत दर्ज की. हालांकि, शिकायत दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने किसी भी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई और न ही किसी भी तरह के मदद का आश्वासन दिया.
बिटर विंटर के रिपोर्ट के अनुसार सिंध प्रांत में मौजूद शेख भिरकियो और टांडो अल्लायार गांव में अति-कट्टरपंथी मुसलमानों की एक बड़ी उपस्थिति है. यहां अक्सर हिंदू अल्पसंख्यक को टारगेट किया जाता है. इस गांव में कई बार सांप्रदायिक हिंसा से जुड़े घटनाओं का केंद्र रहा है.
हिंदू के घर पर डंडे और बंदूकों से हमला किया
इसी साल फरवरी के महीने में मुस्लिम ठगों ने नीलो कोल्ही नामक एक हिंदू के घर पर डंडे और बंदूकों से हमला किया था. बिटर विंटर के रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम ठगों ने नीलो कोल्ही की बेटी सुधी को भी मारकर घायल कर दिया. इसके बाद पुलिस स्टेशन में घटना को लेकर FIR दर्ज की गई थी, लेकिन नीलो कोल्ही के अनुसार पुलिस अधिकारी कार्रवाई करने में देरी दिखाई.
शेख भिरकियो में साल 2022 अक्टूबर में 10 साल की लड़की का अपहरण कर लिया गया था. वो अपने घर के बाहर कपड़े धो रही थी. उस पर इस्लाम धर्म को अपनाने और शादी करने का दबाव बनाया गया था. इसके बाद पुलिस ने लड़की को बरामद करके शेल्टर होम में रख दिया.
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