मुस्लिम शादी में बजेगा डीजे तो नहीं पढ़ाएँगे निकाह, शाही मस्जिद में हुआ तय
उलेमाओं की दो टूक, शादी में आतिशबाजी, नाच- गाना हुआ तो नहीं पढ़ाएंगे निकाह।
सर्वसहमति से शादी में फैली कुरूतियों पर लगाया गया प्रतिबंध।
बुलन्दशहर की शाही जामा मस्जिद में इमाम ईदेन मौलाना अरशद क़ासमी क़ाज़ी ए शहर मौलाना आरिफ़ क़ासमी की मौजूदगी में शादी में डीजे, बाजा बजाना, नाच गाना, घुड़चढ़ी, आतिशबाज़ी को कीट गया प्रतिबंधित।
शादी में फिजूलखर्च को रोकने के लिए मुस्लिम उलेमाओं की ओर से लिया गया फैसला।, फैसले की हर तरफ हो रही है तारीफ।
बुलन्दशहर के सिकंदराबाद में
जमीयत उलेमा हिंद की स्थानीय शाखा के बैनर तले शाही जामा मस्जिद में उलेमा और नगर के मुस्लिम संगठनों, संस्थानों, मस्जिदों , मदरसों के ज़िम्मेदारों की बैठक में लिया निर्णय।