दुष्कर्म पीड़िता ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही के आरोप, पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार,दी सीएम आवास के बाहर आत्मदाह की चेतावनी
मुजफ्फरनगर। तितावी थाना क्षेत्र के एक गांव की दुष्कर्म पीड़िता ने जानसठ पुलिस एवं थाने के एक सब-इंस्पेक्टर धर्मवीर कर्दम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि उसने 10 नवंबर को आरोपी युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन आज तक पुलिस ने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की।
पीड़िता ने बताया कि लगातार कार्रवाई न होने से वह मानसिक रूप से बेहद परेशान है और 17 नवंबर को लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करने के लिए मजबूर होने की चेतावनी दी है। उसने कहा कि आत्मदाह की स्थिति आने पर इसकी पूरी जिम्मेदारी जानसठ पुलिस और दरोगा धर्मवीर कर्दम की होगी।
सबसे गंभीर आरोप यह है कि दरोगा धर्मवीर कर्दम ने पीड़िता से कथित तौर पर दुष्कर्म से जुड़े फोटो और वीडियो उपलब्ध कराने की मांग की। पीड़िता का आरोप है कि दरोगा ने कहा कि जब तक वह यह सामग्री नहीं देगी, तब तक आरोपी पर कार्रवाई नहीं की जा सकेगी।
पीड़िता ने सवाल उठाया कि—
“क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘मिशन शक्ति’ अभियान का यही नियम है कि बलात्कार पीड़िता को न्याय तभी मिलेगा जब वह अपने साथ हुई घटना के फोटो या वीडियो पुलिस को दे?”
पीड़िता ने एसएसपी मुज़फ्फरनगर से मामले का संज्ञान लेने की अपील की है और आरोपी युवक के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही पीड़िता ने ऐसे अनैतिक आचरण वाले पुलिसकर्मी के विरुद्ध भी सख्त विभागीय कार्रवाई की मांग की है, जिसने एक दुष्कर्म पीड़िता से शर्मनाक और असंवेदनशील मांग की।
ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने भी मामले की निष्पक्ष जांच और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग उठाई है।

