आगरा। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन ने साढ़े चार किमी लंबी टनल का निर्माण पूरा कर लिया है। अप और डाउन लाइन की टनल बोरिंग मशीन बाहर निकाल ली गई हैं। अब एलीवेटेड कारिडोर पर फोकस किया जा रहा है। एमजी रोड और सुल्तानपुरा रोड पर 30 और नेशनल हाईवे-19 पर 64 पिलर बनकर तैयार हो गए हैं। पिलरों की खोदाई के लिए आठ रिग मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है।
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक मेट्रो का दूसरा कारिडोर 16 किमी लंबा होगा। यह कारिडोर सुल्तानपुरा रोड से एमजी रोड होते हुए गुजर रहा है। दोनों रोड पर अब तक 30 पिलर बन चुके हैं। पिलर की ऊंचाई नौ मीटर और व्यास ढाई से साढ़े तीन मीटर होगा। इसी तरह से खंदारी चौराहा से कामायनी हास्पिटल तक 64 पिलर बन चुके हैं। आठ रिग मशीनों से खोदाई का कार्य चल रहा है। संयुक्त महाप्रबंधक जनसंपर्क पंचानन मिश्र ने बताया कि हाईवे पर सबसे पहले आइएसबीटी स्टेशन बनकर तैयार होगा।
मन:कामेश्वर स्टेशन में निकाली गईं मशीनें
अप और डाउन लाइन की टनल की मशीनें अंतिम रूप से मंगलवार को बाहर निकाली गईं। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार और मंडलायुक्त शैलेंद्र सिंह मौजूद रहे। प्रबंध निदेशक ने टीम का उत्साह बढ़ाया। कहा कि साढ़े चार किमी लंबे ट्रैक पर अक्टूबर से मेट्रो का संचालन शुरू होगा। मंडलायुक्त ने बेहतर कार्य पर जोर दिया। परियोजना निदेशक अरविंद राय मौजूद रहे।
दौड़ी टीमें, मकानों में वाइब्रेशन आने की हो रही जांच
शहर में मेट्रो 30 किमी लंबी बन रही है। खंदारी चौराहा से लेकर बिजलीघर चौराहा तक भूमिगत टनल बनी है। अप और डाउन लाइन की टनल का कार्य पूरा हो गया है। दोनों टनल बोरिंग मशीनें बाहर निकल ली गई हैं। जल्द ही टनल की सफाई और पटरी बिछाने का कार्य शुरू होगा। बिजली की लाइन भी बिछेगी। वहीं एमजी रोड, सुल्तानपुरा रोड पर एलीवेटेड मेट्रो का कार्य चल रहा है। शिकायतकर्ता रोहित कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल के सामने एलीवेटेड मेट्रो के ट्रैक की खोदाई चल रही है। रिग मशीन से पिलर की खोदाई की जा रही है। इसकी धमक से मकान व दुकान में दरार आ गई है।

