गोले के शेल बनते हैं
कानपुर के अर्मापुर स्थित आयुध फैक्ट्री में विभिन्न श्रेणियों के टैंक और मोर्टार के लिए 105, 115, 120, 122 व 155 मिमी आकार के गोलों के खोखे (शेल) बनते हैं। इनमें बारूद भरने का काम एमआइएल के अधीन आयुध निर्माणी में किया जाता है। आयुध निर्माणियों में बना 105 मिमी का गोला 17 किमी, 115 मिमी का गोला 32 और वजन ज्यादा होने की वजह से 122 एमएम का गोला 25 किमी तक मार कर सकता है।
ये आदेश हुए हैं जारी
भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश सिंह के अनुसार आयुध निर्माणियों में उत्पादन कार्य बढ़ाने के लिए आदेश जारी हुए हैं। वहीं, सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय परिसंघ के महासचिव साधू सिंह ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से अलर्ट जारी है। निर्माणियों के गेट पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। छुट्टियां रद करने के आदेश जारी करने पर मंथन चल रहा है।

