फतेहपुर। फतेहपुर में हुए तिहरे हत्याकांड से तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों परिवारों के बीच खुन्नस तो चल रही थी, लेकिन किसी को यह अंदाजा नहीं था कि खुन्नस खून की होली में तब्दील हो जाएगी। राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के बीच दोनों परिवार एक-दूसरे को नीचा दिखाने मेंं लगे रहते थे। बताते हैं कि मंगलवार को सुबह पूर्व प्रधान का बेटा भाकियू नेता के घर के सामने से ट्रैक्टर लेकर निकला तो दरवाजे के सामने सड़क किनारे बैठे भाकियू नेता की ओर देखा और आंख तरेर दी, भाकियू नेता ने भी अपनी मूंछ तरेरी, बस इसी बात को लेकर तू-तू- मैं-मै हो गई।
विरोधी के बेटे पर आंख तरेरने से खफा भाकियू नेता यह कहते हुए कि आज तुमको सबक सिखा ही दूंगा बाइक से ट्रैक्टर के पीछे लगा दिया। गांव से आठ सौ मीटर दूर ताहिरपुर तिराहे के पास दोनों का आमना-सामना हो गया। भाकियू नेता का बेटा पीछे से पैदल पिता के पास पहुंच गया और उधर से दूध लेकर लौट रहा भाई भी झगड़ा देख मौके पर पहंंच गया। यह सभी निहत्थे थे। उधर, से झगड़ा होने की जानकारी मिलने पर पूर्व प्रधान कई समर्थकों के साथ लाठी-डंडा व असलहा लेकर पहुंच गए।
हत्या की पहले से थी तैयारी
भाकियू नेता के हमलावर हत्या की पूरी रणनीति पहले से बना रखी थी। जिस तरह से सुबह झगड़ा करना और असलहा व लाठी-डंडों के साथ तुरंत घटनास्थल पहुंचे उससे साफ है कि हमलावार पूरी तैयारी से थे। जब कि भाकियू नेता मौके पर निहत्थे थे। हमलावारों ने पहले भाकियू नेता पुत्र को फिर भाकियू नेता व उसके भाई की गोली मारकर हत्या की। दस मिनट के अंदर स्कार्पियों से हमलावरों का पहुंचना बड़ी तैयारी का सबूत है।
सत्ता की सांठ-गांठ से माफिया फैला रहे दहशत: अखिलेश
तीन लोगों की हत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फेसबुक में ट्वीट किया कि उप्र में अपराध की दुखदायी कड़ी में आज फतेहपुर में एक ही किसान परिवार के तीन लोगों की सनसनीखेज हत्या से हर तरफ दहशत का माहौल फैल गया है। क्या यही सत्ता के सांठ-गांठ वाले माफिया लोग है, जिनका जिक्र प्रदेश के पुलिस प्रमुख कर रहे थे।