प्रयागराज। सेंट्रल एयर कमांड के हाई सिक्योरिटी जोन में घुसकर कमांडर वर्क्स इंजीनियर सत्येंद्र नारायण मिश्रा की हत्या घटनास्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर लाल बिहारा बमरौली में रहने वाले सौरभ कुमार उर्फ बाबू पासी ने की थी। उसने कौशांबी जेल में बंद अपने हत्यारोपित भाई को छुड़ाने के लिए चोरी की योजना बनाई। फिर इसी इरादे से इंजीनियर के आवास में दाखिल हुआ कि अगर कोई विरोध करेगा तो उसकी हत्या कर देगा।
चोरी में नाकाम सौरभ दुस्साहसिक अंदाज में सत्येंद्र नारायण की गोली मारकर हत्या करके फरार हो गया था। उसके पिता शिवकुमार व मां सुनीता देवी ने सीडब्ल्यूई के आवास की रेकी की थी। पुलिस ने सौरभ और उसके मां-बाप को गिरफ्तार करते हुए हाई प्रोफाइल हत्याकांड का राजफाश किया है।
अभियुक्त के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, तमंचा, कारतूस, गैस कटर समेत अन्य सामान बरामद किया है। सोमवार रात पुलिस लाइन सभागार में एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. अजय पाल शर्मा, डीसीपी सिटी अभिषेक भारती व एडीसीपी सिटी अभिजीत ने मुख्य आरोपित सौरभ को मीडिया के सामने पेश किया।
बताया कि पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के लाल बिहारा बमरौली निवासी शिवकुमार वर्ष 1997 से बमरौली एयरफोर्स स्टेशन में प्राइवेट सफाई कर्मचारी था। उसकी पत्नी सुनीता सीडब्ल्यूई सत्येंद्र नारायण मिश्र के बैरक सुपरिंटेंडेंट आफिसर के आवास में खाना बनाने सहित अन्य काम करती थी। इनके बड़े बेटे गौतम उर्फ हनी ने एयरफोर्स बेस पर चार साल तक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की थी।
25 जनवरी 2025 को कौशांबी के पिपरी थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या हुई थी, जिसमें वह जेल में बंद है। पूरा परिवार उसे जेल से छुड़ाने के लिए लगातार पैरवी कर रहा था, जिसके लिए बड़ी रकम चाहिए थी। सौरभ भी आठ महीने तक एयरफोर्स परिसर में ही फर्नीचर उतरवाने और लदवाने का कर चुका था। वह सीडब्ल्यूई के आवास में लकड़ी का मंदिर पहुंचाने गया था, जिस कारण उसे उनके आवास की जानकारी थी।
उसने अपने मां-बाप से उनके आवास की रेकी करवाई और फिर एक व्यक्ति से असलहे का इंतजाम कर चोरी/लूट की योजना बनाई। करीब 15 दिन पहले वह अपने एक साथी के साथ लूट की नीयत से पहुंचा था लेकिन सफल नहीं हुआ था। इसके बाद वह दोबारा अकेले 28 मार्च यानी शुक्रवार की रात ढाई बजे पेड़ के जरिये बाउंड्री फांदकर सत्येंद्र नारायण मिश्रा के आवास में पहुंचा। उसे उम्मीद थी कि करीब 10 लाख रुपये मिल जाएंगे। पहले दरवाजा काटने का प्रयास किया और असफल रहने पर घंटी बजाई।
सत्येंद्र नारायण जब लॉन में आए तो खिड़की का सहारा लेकर पिस्टल से गोली मारकर वह फरार हो गया। बिहार के रोहतास जिले के कोचस थाना क्षेत्र स्थित हरनाथपुर गांव के निवासी सत्येंद्र नारायण मिश्रा की हत्या से सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मैनुअल काम करते हुए आरोपितों की पहचान की। इसके बाद सोमवार को तीनों को पूरामुफ्ती क्षेत्र से दबोच लिया। मामले में कई अन्य लोगों की भी तलाश चल रही है।

इंस्टाग्राम पर लिखा था- हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है

मुख्य आरोपित सौरभ कुमार उर्फ बाबू पासी ने इंस्टाग्राम स्पोर्ट्स बाइक पर बैठकर मूंछ पर ताव देने वाली फोटो शेयर की थी। उसमें लिखा था कि ‘हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है’। पुलिस का कहना है कि छानबीन और पूछताछ में यह भी पता चला है कि उसके ज्यादातर साथी गांजा, स्मैक बेचने वाले थे। उसमें से कुछ दोस्त कई बार जेल भी जा चुके हैं। कई महीने पहले उसका एक साथी छिनैती के मामले में भी पकड़ा गया था।
सौरभ अपनी गर्लफ्रेंड का शौक पूरा करने के लिए वह अक्सर आपराधिक प्रवृत्ति के दोस्तों से पैसा लेता था। हालांकि, वह यह नहीं बता पाया कि करीब ढाई लाख रुपये की बाइक खरीदने के लिए उसे कहां से पैसे मिले थे। फिलहाल, पुलिस अब सौरभ के उस साथी की तलाश कर रही है, जो 15 मार्च की रात उसके साथ एयरफोर्स परिसर में चोरी करने की नीयत से गया था। इसके साथ ही जिसके माध्यम से असलहा और कारतूस मंगवाया था, उनकी गिरफ्तारी के लिए भी घेरेबंदी की जा रही है।

"
""
""
""
""
"

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *