एडिलेड। कुछ महीनों पहले तक एलेक्स हेल्स इंग्लैंड के टी-20 विश्व कप अभियान की योजना में भी शामिल नहीं थे लेकिन अब वह इस टूर्नामेंट में अपनी टीम के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। ‘रिक्रिएशनल’ (नशे के लिए) ड्रग जांच में विफल होने के बाद इंग्लैंड की 2019 विश्व कप टीम से बाहर किए जाने के बाद हेल्स ने तीन साल क्रिकेट से बाहर अकेलेपन में गुजारे। वह बीबीएल में खेलते हैं। उन्हें आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर अनुभव का फायदा मिला। उन्होंने 148.59 के स्ट्राइक रेट से 52.76 के औसत से 211 रन बनाए हैं।
वह इस साल सितंबर में केपटाउन में अपनी महिला मित्र के साथ चार हफ्ते के लिए छुट्टियों पर थे और इस दौरान जानी बेयरस्टो को गोल्फ खेलते हुए टखने में गंभीर चोट लग गई। वह टी-20 विश्व कप से बाहर हो गए और एलेक्स को मौका मिला। उन्होंने भारत के विरुद्ध 47 गेंद में 86 रन की नाबाद पारी खेली। इंग्लैंड की न्यूजीलैंड और श्रीलंका पर जीत में उनकी क्रमश: 52 और 47 रन की पारियां अहम रहीं। इंग्लैंड के लिए 2011 में पदार्पण करने वाले 33 वर्षीय हेल्स ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं फिर विश्व कप में खेलूंगा और मौका मिलना एक विशेष अहसास है।’
ड्रग जांच के बाद इंग्लिश टीम प्रबंधन के साथ उनके रिश्ते खत्म हो गए थे। उन पर 2019 विश्व कप से पहले तीन हफ्ते का निलंबन लगा जो तीन साल में बदल गया जिससे उनकी अनदेखी 2021 टी-20 विश्व कप में भी जारी रही। इंग्लैंड के लिए 11 टेस्ट और 70 वनडे चुके हेल्स ने अपना ध्यान छोटे प्रारूप में लगाना शुरू किया। वह 2018 में आइपीएल में छह मैचों में खेले, फिर पीएसएल, सीपीएल, बीबीएल और ‘द हंड्रेड’ में भी।
तीन साल तक राष्ट्रीय टीम से बाहर रहने के बावजूद हेल्स इंग्लैंड के लिए टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 2011 से 2022 तक तीसरे सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी हैं। बेयरस्टो की चोट के बाद हेल्स को पाकिस्तान के विरुद्ध सात मैचों की टी-20 सीरीज के लिए टीम में शामिल किया जिसके बाद वह आस्ट्रेलिया में दो टी-20 मैचों में खेले।
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