स्थानीय लोगों में आक्रोश
नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार गढ़वा चौक के पास स्थित 29 डिस्मिल भूमि की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। इस भूमि पर कब्जे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। कुछ लोगों ने शनिवार को चहारदीवारी का निर्माण शुरू किया, तो पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष ने विरोध जताया। इस पर मारपीट हो गई। रोहिंग्या शरणार्थियों पर कब्जे का आरोप लगने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
50 अज्ञात रोहिंग्या पर मुकदमा
उन्होंने स्थानीय नेताओं पर अवैध कब्जा करने वालों को सहयोग देने का आरोप लगाया। पिपराइच थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर मजीद, शहनवाज, रमजान, सोएब, पून्नू आदि व 50 अज्ञात रोहिंग्या के विरुद्ध भूमि कब्जा, जानलेवा हमला करने व धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया।
धोखाधड़ी करके बेची जमीन, कब्जे का विरोध करने पर मारा पीटा
वहीं डुमरियागंज थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति पर धोखाधड़ी कर भूमि बेचने व अवैध कब्जे का विरोध करने पर मारपीट का है। पुलिस ने दोनों मामले में अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित का नाम शबरेज हसनैन उर्फ बिल्डर है। वह डुमरियागंज थाना क्षेत्र के भटगंवा का रहने वाला है।
हल्लौर निवासी तसकीन हैदर पुत्र स्व. शाहबाज हुसैन ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि कि ग्राम बनगवां के तीन गांटों में उनकी भूमि है। शबरेज हसनैन अपने साथियों संग गोल बंद होकर आए और भूमि पर कब्जा करने लगे।
उन्होंने विरोध किया तो बिल्डर ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन्हें मारा पीटा। आसपास के लोगों के बीच बचाव पर उनकी जान बची। शबरेज उन्हें जान से मारने की धमकी देकर चला गया।
एक अन्य मामले में हल्लौर निवासी नकी हसन पुत्र अली हसन की तहरीर पर पुलिस ने शबरेज पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। इसमें कूटरचित दस्तावेज के आधार पर खतौनी में नाम न होते हुए भी अपने साथियों के नाम धोखाधड़ी से दो रजिस्टर्ड अनुबंध करवा कर स्वयं गवाह बनकर जमीन को बेच दिए जाने का आरोप है। कोतवाल एसएस तिवारी ने बताया की उपरोक्त दोनों मुकदमे दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।