लखनऊ। महाराष्ट्र के परभणी की घटना को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि भारतीय संविधान के मूल निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर का अनादर, अपमान व उनके करोड़ों अनुयायियों के प्रति हीन भावना का दुखद परिणाम है परभणी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं।
उन्‍होंने कहा क‍ि इससे साबित हो गया है कि कांग्रेस व भाजपा आदि कोई इनका सच्चा हितैषी नहीं है। सबकी नीयत और नीति में खोट है। मायावती ने आगे लिखा कि परभणी घटना को लेकर कांग्रेसी नेता का आज दौरा घड़ियाली आंसू की तरह है। क्योंकि बाबा साहेब के जीवित रहते व देहांत के बाद भी उनके प्रति कांग्रेस का रवैया हमेशा जातिवादी व तिरस्कारी रहा है।

जिला मुख्यालयों पर होगा शांतिपूर्ण प्रदर्शन

उन्‍होंने कहा क‍ि इनको दलित और पिछड़ों की याद केवल बुरे वक्त में आती है। बसपा प्रमुख ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बाबा साहेब को लेकर संसद में दिए गए बयान को वापस लेने की मांग को लेकर मंगलवार को सभी जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने की अपील सर्वसमाज से की है।

सुशासन दिवस के रूप में मनाई जाएगी अटल बिहारी की जयंती

लखनऊ : भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को भाजपा पूरे प्रदेश में सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी। अटल बिहारी वाजपेयी का यह जन्म शताब्दी वर्ष है। इस अवसर पर प्रदेश भर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बृज बहादुर ने बताया कि 25 दिसंबर को भाजपा पूरे प्रदेश में बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करेगी। पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता स्थानीय नागरिकों के साथ अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करेंगे। इस अवसर पर उनकी कविताओं का पाठ भी किया जाएगा। साथ ही उनके साथ कार्य कर चुके वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान भी किया जाएगा।

न‍िकाली जाएगी सुशासन यात्रा

उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता अटल जयंती पर सुशासन यात्रा निकालेंगे। यात्रा के बाद चौपाल लगाकर अटल सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियां तथा लोक कल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों की चर्चा करेंगे। जिला स्तर पर अटल जी के जीवन और राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण और योगदान पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। कार्यक्रमों में सरकार के मंत्री, पार्टी के पदाधिकारी, लोकसभा और राज्यसभा के सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर, पार्षद, नगर पालिका के अध्यक्ष, नगर पंचायत के अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख व अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।

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