देहरादून। भवन कर वसूली को निगम ने अब कमर कस ली है। वार्षिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए निगम की टीम नोटिस जारी कर रही हैं। साथ ही बकायेदार व्यवसायिक बकायेदारों की संपत्ति का भौतिक निरीक्षण भी किया जा रहा है। साथ ही बकायेदारों को बिल जारी कर जल्द से जल्द भुगतान का रिमाइंडर दिया जा रहा है।
समय पर कर अदा न करने वालों के विरुद्ध जुर्माने की कार्रवाई भी की जाएगी। नगर निगम ने इस वर्ष अब तक 31 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त किया है और लक्ष्य के सापेक्ष लगभग 30 करोड़ रुपये आगामी अप्रैल से पहले वसूली के प्रयास किए जा रहे हैं।
दून में लंबे समय से भवन कर न चुकाने वालों की अब खैर नहीं। बकायेदारों से कर वसूली को लेकर निगम सख्त हो गया है। बकायेदारों को लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं। नोटिस के बावजूद कर अदा न करने वालों पर ब कड़ी कार्रवाई होगी। निगम व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की संपत्ति सील करने की तैयारी कर रहा है। जबकि, आम बकायेदारों की भी आरसी जारी करने का निर्णय लिया गया है।
ऐसे हजारों करदाताओं से वसूली कर वर्ष 2024-25 में नगर निगम का करीब 60 करोड़ राजस्व प्राप्त होने का लक्ष्य है। नगर निगम का कर अनुभाग राजस्व वसूली के कार्यों में तेजी लाने के लिए बकायेदारों से वसूली पर जोर दे रहा है। निगम ने बीते कुछ माह में करीब आठ हजार बकायेदारों को नोटिस जारी कर समय पर भुगतान को कहा है। हालांकि, कई पुराने बकायेदार निगम पहुंचकर भुगतान कर रहे हैं।

बकायेदारों की जारी होगी आरसी

आम बकायेदारों को भी मार्च अंत तक भुगतान करने के लिए रिमाइंडर भेजे जा रहे हैं। लंबे समय से भुगतान न करने पर आरसी जारी कर जुर्माने के साथ वसूली की जाएगी। कर अधीक्षक धर्मेश पैन्यूली ने बताया कि दिसंबर में अधिक से अधिक राजस्व वसूली का लक्ष्य है। प्रयास किया जाएगा कि इस माह भी 10 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त किया जा सके। इसके लिए बकायेदारों को नोटिस भेजने के साथ ही जुर्माने की कार्रवाई भी जाएगी।

माल आफ देहरादून होगा शहर का सबसे बड़ा कर दाता

दून में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में हाल ही में निर्मित माल आफ देहरादून के सबसे बड़ा करदाता होने की उम्मीद है। नगर निगम की टीम माल का क्षेत्रफल मापने में जुट गई है। अब तक व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में हाथीबड़कला स्थित सेंट्रियो माल 65 लाख रुपये अदा कर सबसे बड़ा करदाता है। इसके बाद हयात रीजेंसी और पैसिफिक माल भी 45 लाख से अधिक के करदाता हैं। निगम के अनुसार उक्त प्रतिष्ठान समय पर भुगतान कर रहे हैं।

सरकारी प्रतिष्ठानों से भी सर्विस चार्ज के लिए पत्राचार जारी

नगर निगम क्षेत्र में केंद्र के भी कई प्रतिष्ठान अवस्थित हैं। जिनसे नगर निगम को सर्विस चार्ज वसूल करना है। इसके लिए उक्त संस्थानों के साथ पत्राचार किया जा रहा है। इसके कई बड़े प्रतिष्ठान शामिल हैं।

स्वमूल्यांकन में गलत जानकारी देने वाले भी कार्रवाई को रहें तैयार

कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के स्वामियों की ओर से संपत्ति का स्वमूल्यांकन कर नगर निगम को अक्सर गलत जानकारी दे दी जाती है। जिसमें प्रतिष्ठान का एरिया वास्तविक से कम दर्शाकर कर अदा किया जाता है। ऐसे प्रतिष्ठानों को चिहि्नत कर नगर निगम की टीम संपत्ति की पैमाइश करेगी। एरिया अतिरिक्त मिलने पर ब्याज सहित जुर्माना लगाया जाएगा। भुगतान न करने पर उक्त संपत्ति को सील भी किया जा सकता है।

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