गोरखपुर। नवंबर का पहला पखवारा तो गर्मी के प्रभाव में रहा लेकिन दूसरे पखवारे में ठंड ने अपना रंग दिया गया। गर्मी को पूरी तरह छका दिया। बीते 10 दिन से लगातार औसत से कम रिकार्ड हुआ न्यूनतम तापमान इसका प्रमाण है।
आंकड़ों के अनुसार नवंबर के दूसरे पखवारे में बीते चार वर्ष का सर्वाधिक कम न्यूनतम तापमान रिकार्ड हुआ है। यह 12.2 डिग्री सेल्सियस रहा है। इससे पहले 2020 में 12.0 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड हुआ था।
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के मुताबिक नवंबर के दूसरे पखवारे का औसत न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस है लेकिन इस वर्ष यह 12.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ हे। अलग-अलग दिन की बात करें तो औसत के मुकाबले यह कमी .14 से लेकर 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई है।
इन आंकड़ों ने ही नवंबर के दूसरे पखवारे में दिसंबर की शुरुआत के ठंड का अहसास कराया है। ऐसा जमीन से लेकर 5000 फीट तक की ऊंचाई तक पुरुआ हवा के चलने से हुआ है। पुरुआ हवा के साथ आई नमी ने कोहरे व धुंध का प्रभाव बढ़ाया है और धूप का तेवर घटाया है।
इसकी वजह से ही दूसरे पखवारे के सभी 13 दिन कोहरे के प्रभाव में रहे हैं। कोहरे का असर केवल रात में ही नहीं बल्कि दिन में भी दिखा है। इसके चलते अक्सर दिन का भी तापमान औसत से कम रिकार्ड हुआ है। गुरुवार को अधिकतम तापमान औसत से .3 डिग्री कम और न्यूनतम तापमान और से 1.8 डिग्री कम रिकार्ड हुआ।

सक्रिय हुआ पश्चिम विक्षोभ, बढ़ेगा ठंड का असर

मौसम विज्ञानी ने बताया कि पूर्वी अफगानिस्तान व पश्चिमी पाकिस्तान के ऊपर एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके परिणामस्वरूप पश्चिमोत्तर भारत में बर्फबारी होगी।
इसका असर एक से दो दिन में दिखेगा, पछुआ हवा के साथ आने वाली सर्द हवा से गोरखपुर सहित समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश का पारा और गिरेगा। दिसंबर की शुरुआत अपेक्षाकृत अधिक ठंड के साथ होगी। दिसंबर में अधिक ठंड की भूमिका तैयार होगी।

नवंबर दूसरे पखवारे में बीते पांच वर्ष में न्यूनतम तापमान

वर्ष
तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
2024 12.2
2023 14.9
2022 12.4
2021 13.9
2020 12.0
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