गोरखपुर। देवरिया के गौरीबाजार की काजल किन्नर उर्फ अमित के हत्यारोपित निजामुद्दीन की गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार को किन्नरों ने खोराबार थाने में जमकर हंगामा किया। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराने के साथ ही दोपहर में काजल की हत्या करने वाली निजामुद्दीन की पत्नी रूबी किन्नर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
शुक्रवार को काजल की मां कनैला देवी, पिता राजेंद्र प्रसाद कन्नौजिया, भाई राजकुमार देवरिया व भटनी के 50 से अधिक किन्नर को लेकर खोराबार थाने पहुंचे। रामपुर कारखाना के रहने वाले हत्यारोपित निजामुद्दीन को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
थानेदार ने कार्रवाई का भरोसा दिया लेकिन शांत नहीं हुए। इसी बीच ट्रांसजेंडर सुरक्षा प्रकोष्ठ गोरखपुर के विनोद कुमार त्रिपाठी भी थाने पहुंच गए। सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने कार्रवाई का भरोसा देकर हंगामा कर रहे स्वजन के साथ ही किन्नरों को शांत कराया।
दोपहर में पुलिस ने निजामुद्दीन की पत्नी रूबी किन्नर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि 15 वर्ष पहले उसने निजामुद्दीन से शादी की है। दोनों के बच्चे भी हैं। पिछले कुछ दिनों से काजल उर्फ अमित के साथ निजामुद्दीन घूम रहा था।
उसे संदेह था कि नजदीकी बढ़ा रहा है इसलिए पति से ही उसकी हत्या करवाकर शव को फोरलेन किनारे फेंकवा दिया। सीओ कैंट ने बताया कि निजामुद्दीन की तलाश चल रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एक नवंबर को मिला था शव
खोराबार के ताल कंदला गांव के सामने फोरलेन किनारे एक नवंबर को एक शव मिला था। जिसकी पहचान देवरिया जिले के गौरी बाजार के पननहा गांव के काजल किन्नर के रूप में हुई। इस मामले में काजल के भाई राजकुमार ने रामपुर के निजामुद्दीन पर हत्या का आरोप लगाया।
उसने बताया कि 29 अक्टूबर को निजामुद्दीन के साथ बाइक से वह घर से निकला था। तबसे लापता है। तलाश करते हुए वह लोग रामपुर कारखाना में रहने वाले निजामुद्दीन के घर पहुंचे तो वह भी नहीं मिला।
पिता को बचाने के प्रयास में डूबा बेटा
कमहरिया घाट पर सरयू नदी में कार्तिक पूर्णिमा अवसर पर शुक्रवार को नहाते समय डूब रहे पिता को बचाने के प्रयास में छोटा बेटा प्रवीण डूब गया। बेलघाट पुलिस युवक की तलाश कर रही है। प्रवीण की पहचान राइपुर के ढकही टोला निवासी के रूप में हुई।
वह अपने पिता जयप्रकाश, मां और भाई-बहन के साथ नदी में स्नान करने आया था। नहाते समय जयप्रकाश का संतुलन बिगड़ गया और वह डूबने लगे। पिता को डूबता देख प्रवीण उन्हें बचाने के लिए नदी में कूदा तो वह डूब गया। ग्रामीणों ने किसी तरह से जयप्रकाश को बचा लिया।
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