खाते की जानकारी देने पर हो गया विश्वास
एडवोकेट को खाते की सारी जानकारी देकर, उनकी जन्मतिथि भी बताई। इस पर उन्हें पूरा विश्वास हो गया। उन्होंने फोन में आए ओटीपी को बता दिया। इसके बाद उनके फोन में रुपये कटने के मैसेज आने लगे। आनन-फानन में वह बैंक पहुंचे और खाते को फ्रीज करने के साथ ही स्टेटमेंट मांगा।
आरोप है बैंक कर्मचारी ने पहली बार में आधा-अधूरा स्टेटमेंट दिया। इससे वह 1930 पर शिकायत दर्ज नहीं कर सके। पुलिस के कहने पर दोबारा वह बैंक गए और इस बार उन्हें पूरा स्टेटमेंट दिया गया।
एडवोकेट का यह भी कहना है कि जब उनके खाते से नौ बार में करीब 31 लाख रुपये कट चुके थे, तब उन्होंने बैंक कर्मचारी को खाता फ्रीज करने के लिए कहा था। खाता फ्रीज करने के बाद भी उनकी 13 लाख रुपये की एक और एफडी टूटी व एक लाख रुपये खाते से ट्रांसफर किए गए। साइबर पुलिस ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
जानकार बनकर 25 हजार रुपये की धोखाधड़ी
साइबर ठगों ने जानकार बनकर एक युवक से 25 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। सेक्टर 59 निवासी गिरिराज पांडेय ने साइबर थाना दक्षिण पुलिस को बताया कि बीते दिनों उनके पास एक व्यक्ति ने फोन किया। कहा कि वह उनका जानकार बोल रहा है।
गलती से उसने 25 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं। उसने इसका स्क्रीनशाट भी भेजा। इसके भरोसे में आकर बिना खाता चेक किए गिरिराज ने रुपये पेटीएम कर दिए। इसके बाद खाता चेक करने पर धोखाधड़ी का पता चला।
ऑनलाइन सोफा बेचने के नाम पर 68 हजार ठगे
साइबर ठगों ने एक महिला से सोफा खरीदने का झांसा देकर 68 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। साइबर थाना दक्षिण पुलिस को दी शिकायत पर में हरप्रीत कौर ने बताया कि उन्होंने क्वीकर पर अपना पुराना सोफा बेचने के लिए विज्ञापन डाला था। एक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और कहा कि वह सोफा खरीदेगा। इसके बाद वाउचर से पैसे भेजने के नाम पर उनसे दो बार में 68 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए।