सुल्तानपुर- एक लाख का इनामिया विनोद उपाध्याय पुलिस मुठभेड़ में हुआ ढेर। एसटीएफ ने मुठभेड़ में किया ढेर। प्रदेश के बड़े माफियाओं में शामिल था विनोद उपाध्याय। गोरखपुर पुलिस ने विनोद उपाध्याय पर एक लाख का इनाम किया था घोषित। गोरखपुर, बस्ती, संतकबीर नगर, लखनऊ में कई बड़ी वारदातों को दे चुका था अंजाम। अयोध्या जिले के मयाबाजार का रहने वाला था विनोद।
विनोद के पास से एसटीएफ ने चाइनीज पिस्टल-30 बोर, स्टेन गन 9 एमएम फैक्ट्री मेड, जिंदा कारतूस और स्विफ्ट कार बरामद की है. योगी सरकार ने 68 वांटेड माफियाओं की लिस्ट जारी की थी, उसमें टॉप-10 में विनोद उपाध्याय का नाम भी शामिल था.विनोद के खिलाफ गोरखपुर समेत अन्य जिलों में 39 मुकदमे दर्ज थे.चर्चा थी कि उसने बस्ती और महारागंज में सरेंडर का प्लान किया था. लेकिन, वह कर नहीं पाया था.
मायावती ने की थी विनोद के समर्थन में रैली
जरायम की दुनिया से विनोद ने राजनीति में आने की सोची थी.एक दौर में बसपा के कद्दावर नेता सतीश मिश्रा से विनोद की काफी नजदीकी रही है. 2007 में बसपा ने विनोद को गोरखपुर जिले का प्रभारी बना दिया था. इसके बाद 2007 में गोरखपुर सदर सीट से प्रत्याशी बनाया. मायावती खुद विनोद के समर्थन में रैली करने गोरखपुर गई थी. लेकिन विनोद चौथे स्थान पर रहा था।
विनोद के अवैध मकान पर चला था बुलडोजर
गोरखपुर में 17 जून 2023 को विनोद उपाध्याय के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया था. सलेमपुर मोगलहा में माफिया के अवैध मकान की पहले बाउंड्रीवाल तोड़ी. इसके बाद इमारत को ढहा दिया गया. साथ ही उसके कब्जे से 7000 स्क्वायर फीट जमीन को भी खाली कराया गया था. दरअसल, मोगलहा में कोल्ड स्टोर सोसायटी की जमीन पर विनोद ने करीब 15 साल पहले कब्जा किया था. ये सोसायटी जीडीए यानी गोरखपुर विकास प्राधिकरण के अंडर में आती है.
देहात कोतवाली क्षेत्र में हुई एसटीएफ मुख्यालय के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व वाली टीम के साथ मुठभेड़ में इनामी अपराधी ढेर हो गया.
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