नई दिल्ली। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। मंदिर को विश्वस्तरीय व्यवस्थाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। इसमें सामाजिक संस्थाएं भी अपने स्तर पर योगदान कर रही हैं। गुप्त नवरात्र के पहले दिन इंद्रप्रस्थ संजीवनी के अध्यक्ष डॉ. संजीव अरोड़ा गंगापुत्र ने हरिद्वार के हरि की पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड का गंगाजल राम जन्मभूमि निर्माण कार्य के उपयोग के लिए समर्पित किया। राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के सहयोग से संस्था के प्रतिनिधिमंडल ने स्वयं मंदिर निर्माण क्षेत्र में जाकर अपने हाथों से कलश के गंगाजल से गर्भगृह में अभिषेक किया तथा सीता कूप में भी पवित्र गंगाजल अर्पित किया। इस अवसर पर
सभी 108 श्रद्धालुओं ने श्री रामलला के दर्शन कर अपने को कृतार्थ किया।
इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष डॉ. संजीव अरोड़ा गंगापुत्र ने कहा कि मंदिर निर्माण में हम अपना योगदान करना चाहते थे। हमारी सोच थी कि मंदिर निर्माण में गंगाजल का प्रयोग हो और मंदिर के गर्भगृह को गंगाजल से पवित्र किया जाए। इसी कार्य हेतु हम हरि की पैड़ी गए और वहां से पवित्र गंगाजल 108 कलश में भरकर भगवान श्रीरामलला को अर्पित किया।
इस अवसर पर राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि ऐसे तो श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सभी महासागरों एवं सभी देशों से पवित्र जल यहां लाया गया है लेकिन इस तरह 108 कलश पवित्र गंगाजल लाकर यहां गर्भगृह को पहली बार गंगाजल से पवित्र किया गया है। इन्द्रप्रस्थ संजीवनी ने सचमुच कमाल की प्रभु-सेवा की है।
इस प्रतिनिधिमंडल में डॉ. संजीव अरोड़ा गंगापुत्र, सूर्यपुत्री रश्मि मल्होत्रा, सरदार बलवीर सिंह, पवन अरोड़ा, राजेश तंवर, कुंदन कुमार, भाजपा नेता बृजेंद्र कुमार दुबे आदि शामिल थे।