अफगानिस्तान में एक दुखद घटना में करीब 80 स्कूली छात्राओं कथित तौर पर जहर दे दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तरी क्षेत्र में स्थित सर-ए-पुल प्रांत में वीकेंड में ये घटनाएं हुईं. शिक्षा के प्रांतीय विभाग के निदेशक मोहम्मद रहमानी ने खुलासा किया कि संगचारक जिले में कक्षा 1 से 6 तक की छात्राओं को ज़हर दिया गया था. विशेष रूप से, नसवान-ए-कबोद आब स्कूल के 60 छात्र और नसवान-ए-फैजाबाद स्कूल के 17 छात्र जहर हमले प्रभावित हुए.
हमानी ने कहा, ‘दोनों प्राथमिक स्कूल एक-दूसरे के नजदीक हैं और एक के बाद एक उन्हें निशाना बनाया गया.’ उन्होंने कहा, ‘हमने छात्रों को अस्पताल में भर्ती करा दिया और अब वे सभी ठीक हैं.’ फिलहाल जांच अभी चल रही है, प्रारंभिक पूछताछ से पता चला है कि एक व्यक्ति ने नाराजगी जताते हुए कथित तौर पर हमलों को अंजाम देने के लिए तीसरे पक्ष को भुगतान किया. हालांकि, फॉक्स न्यूज के अनुसार, रहमानी ने जहर की प्रकृति या लड़कियों को लगी विशिष्ट चोटों के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी.
महिलाओं पर लगाई गईं कई तरह की पाबंदियां
अगस्त 2021 में सता हथियाने के बाद से तालिबान ने अफगान महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों और स्वतंत्रता पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. तालिबान शासन के तहत, लड़कियों को उच्च शिक्षा तक पहुंच सहित छठी कक्षा से आगे शिक्षा प्राप्त करने की मनाही है. इसके अतिरिक्त, महिलाओं को रोजगार के अवसरों और सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिबंधों का सामना करना पड़ता है.
ईरान में भी हुई थी ऐसी घटना
अफगानिस्तान के पड़ोसी ईरान में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई थी. पिछले साल नवंबर में यहां पर भी ज्यादातर लड़कियों के स्कूलों में जहर देने की घटनाएं सामने आई थीं. इन घटनाओं में जहरीले धुएं के कारण हजारों छात्राओं के बीमार पड़ गई थीं.
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