हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर अटलाकोटी के पास हिमखंड टूटने से अमृतसर के छह तीर्थयात्री बर्फ में दब गये। इनमें पांच को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन एक महिला अभी भी लापता है। ग्लेशियर टूटने की सूचना मिलते ही प्रशासन, और एसडीआरएफ टीमें रेस्क्यू करने में जुट गई। हालांकि, अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही हैं। बता दें कि अटलाकोटी में पिछले सप्ताह भी इसी स्थान पर हिमखंड टूटा था। हालांकि, यह घटना रात में हुई थी, इसलिए कोई यात्री चपेट में नहीं आया।
कैसे हुआ हादसा?
रविवार की शाम छह बजे के करीब यह परिवार हेमकुंड साहिब से मत्था टेककर वापस घांघरिया लौट रहा था। लगभग ढाई किमी का सफर तय करने के बाद अटलाकोटी के पास परिवार के छह सदस्य हिमखंड की चपेट में आ गए। घोड़ा संचालक और स्थानीय लोगों ने वहां पहुंचकर बर्फ की चपेट में आए पांच सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया। जबकि, उनके साथ चल रही एक महिला का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। इस बीच, हिमखंड टूटने की घटना को देखते हुए हेमकुंड साहिब यात्रा सोमवार को स्थगित कर दी गई है।
खतरनाक है रास्ता
आपको बताा दें कि घांघरिया हेमकुंड यात्रा का आधार शिविर है। यहां से हेमकुंड साहिब तक पांच किमी पैदल मार्ग पर अटलाकोटी में श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां बर्फ के ऊंचे-ऊंचे टीले हैं, जिन्हें काटकर रास्ता तैयार किया गया है। ऐसे में हिमखंड टूटने का खतरा बना रहता है। इस वर्ष यात्रा शुरू होने के बाद से यहां मौसम लगातार करवट बदल रहा है। इसकी वजह से यात्रा ज्यादा चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। इसी को देखते हुए गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने फिलहाल 55 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों और 12 वर्ष तक की आयु के बच्चों के यात्रा पर जाने पर रोक लगा रखी है।
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