आगरा के थाना किरावली में भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाले रैकेट को स्वाट और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पकड़ा है। रैकेट किरावली के अभुआपुरा गांव में किराए के घर के अंदर भ्रूण लिंग परीक्षण कर रहा था। आगरा के अलावा आसपास के जिले और दूसरे राज्यों से गर्भवती महिलाओं को लेकर आता था। बताया गया है कि मशीन ऑपरेट करने वाली महिला पहले भी लिंग परीक्षण करने में जेल जा चुकी है।
पुलिस ने बताया कि अभुआपुरा के मानसरोवर पार्क में कमलेश के घर पर भ्रूण लिंग परीक्षण का रैकेट चल रहा था। सूचना पर स्वाट टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। घर के अंदर अल्ट्रासाउंड करने की पोर्टेबल मशीन थी। इसके अलावा तीन गर्भवती महिलाएं भी मौजूद थीं। पुलिस ने बताया कि गिरोह का मास्टर माइंड खेड़ा जाट का रहने वाला विक्रम हैं। विक्रम ने करीब छह माह पहले मकान को किराए पर लिया था। यहां पर अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई गई थी।
मशीन को ऑपरेट करने के लिए आपरेटर सरिता पत्नी उमेश सिंह निवासी एत्माददौला को रखा गया था। इसके अलावा सिकंदरा निवासी संजय भारद्वाज भी शमिल था। सुनारी गांव का रहने वाला नरेंद्र भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए लोगों को लेकर आता था। जिस समय छापा मारा गया उस समय तीन महिला भी मौजूद मिलीं। इनसे 10 हजार रुपए में सौदा किया गया था।
सरिता पहले भी पकड़ी गई है
बताया गया है कि मशीन ऑपरेट करने वाली सरिता भ्रूण लिंग परीक्षण के मामले में लंबे समय से शामिल है। पहले भी वो एत्माद्दौला क्षेत्र में पकड़ी जा चुकी है। इस मामले में उसे जेल भी भेजा जा चुका है। मगर, वो जेल से बाहर आने के बाद इसी काम में लिप्त हो जाती है। इस बार उसने शहरी क्षेत्र की अलावा ग्रामीण क्षेत्र को चुना।
भ्रूण लिंग परीक्षण के पकड़े गए रैकेट
−मई 2022 प्रिया हाॅस्पिटल में हरियाणा पीसीपीएनडीटी का छापा, भ्रूण लिंग परीक्षण करते हुए डाॅ. राजीव कुमार को पकड़ा − जनवरी 2018 राजस्थान पीसीपीएनडीटी टीम ने मैक्स डायनोस्टिग एंड पैथोलाजी, बोदला रोड पर लिंग परीक्षण करते हुए संचालक अजय उपाध्याय और प्रीति कुलश्रेष्ठ को पकड़ा था। − अक्टूबर 2017 में टेढ़ी बगिया में रुसखार बेगम के घर पर छापा, पोर्टेबल मशीन से लिंग परीक्षण करते हुए पकड़ा।
− जुलाई 2017 को आइएमए की पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मला चोपड़ा सहित चार को लिंग परीक्षण करते हुए राजस्थान की टीम ने पकड़ा।
− अप्रैल 2017 डॉ. रेनू भार्गव संचालिका भरत भार्गव हॉस्पिटल को लिंग परीक्षण करते पकड़ा। सिकंदरा थाने से छोड़ दिया गया।
− अप्रैल 2017 को राजस्थान की टीम ने विद्या नर्सिग होम की संचालिका डॉ. विद्या गुप्ता सहित नर्स और दो दलाल गिरफ्तार किए थे।
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