“या बहु मेरी…” फिल्म प्रीमियर के साथ हुई रिलीज

फिल्म अभिनेता विकास बालियान की अंतिम फिल्म “या बहू मेरी…” लीक से हटकर बनी और भरपूर मनोरंजक, विशुद्ध हास्य से भरपूर फिल्म है। साथ में ही एक संदेश भी देती है के इश्क, प्रेम, मुहब्बत एक उम्र के साथ ही अच्छा लगता है। इश्क अच्छे भले, कामकाजी, जिम्मेदार व्यक्ति को भी निकम्मा कर देता है और गरीब की बेटी और वह भी सुंदर हो उसकी मां ना हो तो है पिता के लिए एक तरह से बोझ सी हो जाती है जिसे अमीर, दबंग, दूसरे लोगों से बचाए रखना गरीबी से जूझ रहे पिता के लिए मुश्किल हो जाता है। और बेटी की भावना के विपरीत दबाव में आकर किसी के साथ रिश्ता करना यह सोचकर मजबूरी बन जाती है कि व्यक्ति बन ही शादीशुदा है या तलाकशुदा है पैसे वाला तो है और उसकी बेटी का भाग्य कुछ तो बदलेगा। लेकिन एक समय उसे भी एहसास हो जाता है कि बेटी की भावना पहले है उसका प्यार पहले है।


“या बहु मेरी…” पूरी तरह हास्य, व्यंग्य, परिहास से भरपूर पारिवारिक फिल्म है और लगातार हंसाती है।
विकास बालियान जो गंभीर किरदार के लिए बड़ी पहचान रखते हैं। जो अभी तक सो से ज्यादा फिल्में, लघु फिल्में,गाने, डॉक्युमेंट्री, इत्यादि में काम कर चुके हैं। पिछले 21 महीना से अस्वस्थ चल रहे हैं और जिन्होंने घोषणा कर रखी है कि यह उनकी अंतिम फिल्म है।
इस फिल्म में वह पूर्व की फिल्मों में निभाए गए किरदारों से बिल्कुल अलग हास्य भूमिका में दिखाई दिए हैं और उन्होंने साबित किया है कि वह कॉमेडी भी उच्च स्तर की कर सकते हैं।

अपनी सटीक संवाद अदायगी और चेहरे के भाव, भंगिमा, बदल बदल, उतार चढ़ाव से भरी आवाज, अपने डायलॉग से हास्य परिहास को ऊंचाई देने में कामयाब रहे है।
उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति के उस किरदार को पूरी तरह सटीक रूप से निभाया है जो शादीशुदा है 14 साल शादी को हो चुके हैं 12 साल का बेटा भी है। समाज में इज्जत भी है, रुतबा पैसा भी है मगर जो एक 19 बरस की लड़की को अपनी दूसरी पत्नी बनाना चाहता है।
उनका एक व्यंग्य भरा डायलॉग आज की स्थिति में सटीक बैठता है जब उन्हें मान मर्यादाओं के बारे में फिल्म का हीरो शंकर कहता है कि आप अपने से आधी उम्र की लड़की के साथ शादीशुदा होते हुए भी विवाह करेंगे तो लोग क्या कहेंगे तो वह जवाब देते है “कौन सा समाज, किस समाज की बात कर रहे हो। वह पुरानी बात थी जब समाज के डर से लोग कुछ बुरा, अनैतिक नहीं किया करते थे की चार लोग क्या कहेंगे। आज तो कुछ भी करने के बाद लोग यह कहते हैं कि समाज क्या कर लेगा।”
दर्शकों को फिल्म आखिर तक बांधे रखती है और फिल्म का हीरो शंकर (प्रताप धामा) अपनी चतुराई से विकास बालियान द्वारा निभाए गए भंवर सिंह के चरित्र को फिल्म की एक्ट्रेस (पूजा नेगी) आरती से शादी करने से रोक पाता है या नहीं, यही फिल्म का सस्पेंस है।

पूरी तरह मनोरंजन से भरपूर फिल्म दर्शकों को लगातार हंसाएगी, गुदगुदायेगी और ठहाके लगाने पर मजबूर करेगी।
इस फिल्म का निर्देशन बहुत से सुपरहिट गाने दे चुके, साथ ही गीता, देवभूमि, शिवा की राम सीता जैसी एक दर्जन से ज्यादा हिट फिल्में देने वाले हरियाणवी इंडस्ट्री के जाने-माने निर्देशक विजेंद्र सोनी ने किया है। उनके कसे हुए निर्देशन ने फिल्म को पूरी तरह गति दी है एक-एक सीन बोलता हुआ लगता है।
फिल्म के प्रोड्यूसर आलोक राय हैं, जो अमेरिका में रहते हैं और क्रिएटिव डायरेक्टर इंजीनियर ओपी राय है ,जो मुख्य रूप से शामली के भैंसवाल गांव के रहने वाले थे, जो पीडब्ल्यूडी में इंजीनियर रहे और लंबे समय से नोएडा गाजियाबाद में ही रहते हैं दो बड़े कला निकेतन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल का संचालन भी करते हैं। रिटायर्ड चीफ इंजीनियर हैं और जिनकी फैमिली अमेरिका में सेटल है।
ओपी राय बड़े पर्दे की कई फिल्म बना चुके हैं। कट्टो जैसी सफल हरियाणवी फिल्म भी बनाई। वह दर्जन से ज्यादा फिल्में बना चुके हैं और शामली मुजफ्फरनगर जैसे क्षेत्र से जहां टैलेंट की कमी नहीं है मगर जहां लोगों को मौका नहीं मिलता। इसलिए इस क्षेत्र के ज्यादा लोगों को फिल्मी दुनिया में मौका दे रहे हैं। उन्होंने फिल्म के प्रीमियर के दौरान मंच से विकास बालियान को इंडस्ट्री ना छोड़ने की अपील करते हुए उपस्थित तमाम लोगो से यह सवाल किया कि क्या विकास बालियान को इंडस्ट्री में रहना चाहिए, उपस्थित तमाम लोगों ने हाथ उठाकर एक स्वर में कहा कि विकास बालियान की यह तो शुरुआत भर है, उन्हें लगातार काम करते रहना चाहिए। वह बहुत लोगों के आदर्श हैं और लोग उनसे बहुत कुछ सीखते हैं।
इसके बाद विकास बालियान ने कहा की शरीर ने साथ दिया और कोई अच्छा प्रोजेक्ट हुआ तो वह अपनी बात पर पुनः विचार करेंगे। विकास बालियान ने कहा कि ओपी राय जी को वह अभिभावक मानते हैं। उनकी बात टालने का सवाल नहीं उठता फिर भी अपने स्वास्थ्य के चलते और कुछ इंडस्ट्री से जुड़े बड़े मगरमच्छों, खुद को स्वयंभू ईश्वर समझने वाले लोगों से उनकी ताल नहीं बैठती। वह अपनी गरिमा गिरा कर किसी की चाटुकारिता या किसी को भगवान मानकर खुद को छोटा करके, दूसरों की शर्तों के साथ काम नहीं कर सकते। उन्होंने पिछले 21 महीने में केवल यही एक बड़ी फिल्म की है और वह भी इसलिए क्योंकि इस फिल्म से विजेंद्र सोनी जुड़े हुए थे और विजेंद्र सोनी को उन लोगों की वजह से एक फिल्म में 5 लाख रुपए का नुकसान हुआ था क्योंकि चलती शूटिंग से वह लोग वापस आ गए थे इसके बाद हरियाणवी इंडस्ट्री में हम सभी लोगों की किरकिरी हुई थी।

विकास बालियान ने ये भी कहा कि उनका स्वास्थ्य अब अनुमति नहीं देता।पिछले लंबे समय से पेनक्रियाज की खराबी फिर उसमे कैंसर जैसे तत्व उभरने, पैरालिसिस हो जाने, इंसुलिन इंजेक्शन दिन में चार बार लगातार लेते रहने पैरों की लिगामेंट टूट जाने और अब सर्वाइकल के भयंकर दर्द से जूझने के चलते वह कार्य करने
में असमर्थ है ।साथ ही उन्होंने कहा शरीर में उत्पन्न होने वाले दर्द को झेला जा सकता है मगर जिन्हें अपना समझा जाए वही पीठ में छुरा घोंपे, उस दर्द को सहन करना मुश्किल हो जाता है। इस इंडस्ट्री के अंदर डबल फेस वाले लोग औकात से ज्यादा उड़ते दिखाई देते हैं। जिनको अगर नंगा कर दिया जाए तो इस इंडस्ट्री का सिस्टम हिल जाएगा और वह हरियाणवी फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत गलत होगा। आज जो आम लोग इन रील से जुड़े लोगों को हीरो मानते हैं वह कल इन्हें जीरो मानेंगे और हो सकता है कि उनके साथ बुरा बर्ताव भी शुरू कर दे।
इस इंडस्ट्री से हजारों लोग जुड़े हुए हैं हजारों लोगों को रोजगार मिलता है। वह नंगा सच सामने आने से इंडस्ट्री प्रभावित होगी लोगों के रोजगार प्रभावित हो जाएंगे। इसलिए वह चुप है खामोश है।
फिल्म में प्रताप धामा, पूजा नेगी, विकास बालियान जोली बाबा, अतुल वत्सल, कपिल यादव, लोकेश यादव, संदीप सहलोत, सतीश शर्मा आदि ने अपने किरदार को जीवंत कर दिया है। फिल्म के लेखक अशोक चौधरी हैं। फिल्म में दो गीत है जिन्हें मोहन भारद्वाज, सीमा अगस्टिन, रवि असर ने आवाज दी है। गीत के बोल मोहन भारद्वाज और रविंद्र ने लिखे हैं।
म्यूजिक कुमार हिमांशु का है। बीजीएम प्रिया राज मंडल मुंबई और रविंद्र रेसर म्यूजिक ने दिया है।
फिल्म में मेकअप आर्टिस्ट सिमरन पाल रही है। पंकज चौधरी एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर है।
मुख्य एडी और एडिटर प्रियंका शर्मा है। प्रियंका शर्मा ने ही प्रीमियर के दौरान संचालन की जिम्मेदारी भी निभाई।
फिल्म का प्रोडक्शन हाउस “सोनी ब्रॉस एफएक्स स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड” है। फिल्म की अधिकांश शूटिंग ऋषिकेश और गाजियाबाद में हुई है।
गाजियाबाद में हुए प्रीमियर में हरियाणवी इंडस्ट्री के बड़े अभिनेता विजय वर्मा, नीतू वर्मा, मुनव्वर मंसूरी, वसीम मंसूरी, अभिनेत्री कीर्ति सिरोही, संजीव वेदवान, राजू मलिक बिजेंद्र सिंह चिराग बालियान आदि भी उपस्थित रहे।
इसके साथ ही फिल्म की पूरी यूनिट भी मौजूद थी।
फिल्म को लोगों ने बहुत प्यार दिया है। फिल्म को रिलीज हुए 12 घंटे हुए और कला निकेतन चैनल जिसमें एक लाख सब्सक्राइबर थे फिल्म को अभी तक 2 लाख के करीब लोग देख चुके हैं।
यह फिल्म कॉमेडी के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होने वाली है।
फिल्म पूरी तरह हंसी मजाक से भरपूर है और बॉलीवुड फिल्मों को टक्कर देती नजर आती है। सभी कलाकारों ने बहुत ही अच्छा काम किया है। प्रताप धामा एक बार फिर अपने किरदार को सफलतापूर्वक निभाने में सफल रहे हैं तो वहीं पहाड़ों से आई पूजा नेगी की सुंदरता और अदाकारी को लोगों ने जमकर सराहा है। फिल्म में अतुल वत्सल और जोली बाबा की कॉमेडी ने भी चार चांद लगाए हैं। यह फिल्म लोगों को बहुत पसंद आ रही है और उम्मीद की जा रही है कि करोड़ों लोग इस फिल्म को देखेंगे।

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