कुरावली/मैनपुरी। हाफिजपुर में दूषित पानी पीने से फैल रही बीमारियों को लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। मंगलवार को डीएम अंजनी कुमार सिंह टीम के साथ गांव पहुंचे। जहां ग्रामीणों से जानकारी ली। एसडीएम ने जांच शुरू कर दी, टीम ने पानी और मिट्टी के नमूने एकत्र किए। वहीं डीएम ने ग्रामीणों से भ्रम और अफवाह फैलाने वालों से सतर्क रहने की अपील की है।
क्षेत्र के गांव हाफिजपुर में कुछ दिन पूर्व अज्ञात लोगों द्वारा पेट्रोल-डीजल के स्त्रोत की तलाश में 40 स्थानों पर बोरिंग कर ज्वलनशील सामग्री डालकर उसमें विस्फोट करने का मामला सामना आया था। इसके बाद से ही गांव में लगे हैंडपंप और सबमर्सिबल से गंदा व दुर्गंधयुक्त पानी आने से ग्रामीणों में बुखार, उल्टी, दस्त और पेट दर्द की दिक्कत होने लगी।
गांव में पांच वर्षीय बालिका निधि की बुखार और 26 वर्षीय मोहनलाल की तीन दिन मृत्यु होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को गांव में शिविर लगाकर मरीजों को इलाज दिया तो यहां डायरिया के 10 और सामान्य बीमारियों के 32 मरीज पाए गए थे।
गांव में पांच वर्षीय बालिका निधि की बुखार और 26 वर्षीय मोहनलाल की तीन दिन मृत्यु होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को गांव में शिविर लगाकर मरीजों को इलाज दिया तो यहां डायरिया के 10 और सामान्य बीमारियों के 32 मरीज पाए गए थे।
जानकारी होने के बाद मंगलवार को डीएम अंजनी कुमार सिंह, एसडीएम कुरावली नितिन कुमार और जल निगम की टीम के साथ गांव पहुंचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों से जानकारी कर बोरिंग करने वाले स्थानों की पड़ताल की। एसडीएम के नेतृत्व में जल निगम की टीम ने आठ स्थानों से पानी और छह जगह से मिट्टी के नमूने लेकर जांच के लिए भिजवाए।
डीएम के कहने पर भेजे गए पानी के टैंकर
डीएम के निर्देश पर ग्रामीणों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए टैंकर भिजवाया गया। इस दौरान डीएम ने ग्रामीणों से कहा कि वह कोई भी भ्रम न पालें और अफवाह फैलाने वालों से सतर्क रहें। पानी की जांच कराई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा 70 लोगों की जांच की गई। जिनमें कुछ लोग सामान्य बीमारी और करीब 10 लोग दस्त से पीड़ित मिले हैं। घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने को ग्रामीणों को वेक्टरजनित बीमारियों के प्रति भी जागरूक करते हुए इनसे बचाव रखने की अपील की है। इस मौके पर अधिशासी अभियंता जल निगम अंकित यादव, नायब तहसीलदार अखिल गोयल, अमित यादव, नरेंद्र कुमार, प्रधान चंद्रभान और राजस्व कर्मी मौजूद रहे।
बोरिंग और विस्फोट से पानी दूषित होने की संभावना है कम: एसडीएम
गांव पहुंचे एसडीएम नितिन कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर भेजी गई टीम द्वारा तहसील क्षेत्र के कई गांवों में प्रोटोकाल के तहत बोरिंग की गई है। टीम द्वारा की गई बोरिंग और विस्फोट से पानी दूषित होने की संभावना बिल्कुल न के बराबर है। हालांकि ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए पानी और बोरिंग के स्थानों की मिट्टी के सैंपल प्रयोगशाला भिजवाए गए हैं। जिनकी रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। गांव के स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों को इलाज दे रही है।