महोबा। द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड पर निवेश के करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप लगा है। लोगों को रकम दोगुणा करने व अन्य बचत योजनाओं में ज्यादा लाभ का प्रलोभन दिया गया था। रुपये वापस मांगने पर कंपनी के लोग ताला डालकर फरार हो गए।
पीड़ितों के अनुसार कंपनी बताती थी कि अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ भी उनसे जुड़े हैं। पुलिस ने श्रेयस तलपड़े और कंपनी के चेयरमैन समीर अग्रवाल समेत 15 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। इस संबंध में श्रेयस तलपड़े से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। कंपनी के लोगों के फोन भी स्विच ऑफ हैं।
पीड़ित नारायण दास ने बताया कि ललित विश्वकर्मा ने करीब 10 साल पहले अपने मकान में एलयूसीसी का कार्यालय खोला था। उन्होंने बताया था कि कंपनी सागा ग्रुप से जुड़ी है और गाजियाबाद से संचालित है। यह कई राज्यों में कार्य करती है। मुंबई निवासी समीर अग्रवाल सागा कंपनी के चेयरमैन हैं। ललित खुद को मैनेजर बताता था। उसके साथ डालचंद्र कुशवाहा, कमल रैकवार आदि एजेंट थे। कंपनी के लोग अलग-अलग योजनाओं में रकम दोगुणा करने, मोटा मुनाफा होने की बात कहकर रुपये जमा कराते थे।
पीड़ित नारायण दास ने बताया कि ललित विश्वकर्मा ने करीब 10 साल पहले अपने मकान में एलयूसीसी का कार्यालय खोला था। उन्होंने बताया था कि कंपनी सागा ग्रुप से जुड़ी है और गाजियाबाद से संचालित है। यह कई राज्यों में कार्य करती है। मुंबई निवासी समीर अग्रवाल सागा कंपनी के चेयरमैन हैं। ललित खुद को मैनेजर बताता था। उसके साथ डालचंद्र कुशवाहा, कमल रैकवार आदि एजेंट थे। कंपनी के लोग अलग-अलग योजनाओं में रकम दोगुणा करने, मोटा मुनाफा होने की बात कहकर रुपये जमा कराते थे।
पीड़ितों में बाइक मिस्त्री ईशान भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सौ-सौ रुपये करके करीब डेढ़ लाख से अधिक रुपये जमा किए थे। कंपनी में अभिनेता श्रेयस तलपड़े व आलोक नाथ जैसे चेहरे जुड़े थे तो उन्हें भरोसा हो गया था। इसलिए अन्य लोगों से भी सात से आठ लाख रुपये जमा कराए थे। पीड़ित नारायणदास ने बताया कि उन्होंने दो वर्ष में 1.75 लाख रुपये जमा किए थे।
इसके साथ ही लखन के फिक्स डिपॉजिट में 20 हजार, प्रकाश व किशोर के एक-एक लाख, रमेश अग्रवाल के 78 हजार, बृजगोपाल विश्वकर्मा के 2.50 लाख, महेशचंद्र के 60 हजार, तुलसी कुशवाहा के 1.36 लाख, महक राईन के 2.16 लाख सहित बड़ी संख्या में लोगों अलग-अलग योजनाओं में रुपये जमा किए। सात महीने पहले श्रीनगर स्थित ऑफिस भी बंद हो गया। आरोपितों के फोन भी स्विच ऑफ हो गए। प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जांच की जा रही है।
इसके साथ ही लखन के फिक्स डिपॉजिट में 20 हजार, प्रकाश व किशोर के एक-एक लाख, रमेश अग्रवाल के 78 हजार, बृजगोपाल विश्वकर्मा के 2.50 लाख, महेशचंद्र के 60 हजार, तुलसी कुशवाहा के 1.36 लाख, महक राईन के 2.16 लाख सहित बड़ी संख्या में लोगों अलग-अलग योजनाओं में रुपये जमा किए। सात महीने पहले श्रीनगर स्थित ऑफिस भी बंद हो गया। आरोपितों के फोन भी स्विच ऑफ हो गए। प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जांच की जा रही है।
इन लोगों पर मुकदमा
महाराष्ट्र निवासी चेयरमैन समीर अग्रवाल, पत्नी सानिया अग्रवाल, संजय मुदगिल, श्रेयस तलपड़े, ललित विश्वकर्मा, डालचंद्र कुशवाहा, सुनील विश्वकर्मा, सचिन रैकवार, कमल रैकवार, सुनील रैकवार, महेश रैकवार, मोहन कुशवाहा, जितेंद्र नामदेव व नारायण सिंह राजपूत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।