एटा। माध्यमिक शिक्षा परिषद की शनिवार सुबह की पाली में हाईस्कूल गणित परीक्षा का पेपर आउट हो गया। विभागीय वाट्सएप ग्रुप पर पेपर प्रसारित हो गया। बोर्ड परीक्षा संबंधी सूचनाओं के लिए बनाए गए इस ग्रुप पर यह पेपर बीएल इंटर कॉलेज नगला रेवती की केंद्र व्यवस्थापक के मोबाइल से डाला गया था।
जानकारी होने पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट ने केंद्र व्यवस्थापक का मोबाइल कब्जे में ले लिया। प्राथमिकी दर्ज कराई। डीआइओएस ने केंद्र व्यवस्थापक को हटाकर नए केंद्र व्यवस्थापक की तैनाती की है।
सुबह 8.30 बजे हाईस्कूल की गणित की परीक्षा शुरू हुई। माध्यमिक शिक्षा विभाग को एक वाट्सएप ग्रुप पर परीक्षा केंद्रों में अनुपस्थित विद्यार्थियों की सूचना दी जा रही थी। 9.27 बजे बीएल इंटर कॉलेज नगला रेवती की केंद्र व्यवस्थापक अंजू के मोबाइल से ग्रुप पर गणित प्रश्नपत्र का फोटो डाला गया। इसी मध्य 9.38 बजे प्रश्नपत्र डिलीट कर दिया गया।

केंद्र व्यवस्थापक का मोबाइल कब्जे में लिया

स्टेटिक मजिस्ट्रेट पशु चिकित्साधिकारी ब्रजेश यादव ने उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी और केंद्र व्यवस्थापक अंजू का मोबाइल कब्जे में ले लिया। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर इंद्रजीत भी केंद्र पर पहुंचे। मोबाइल को पुलिस के सिपुर्द कर दिया। स्टेटिक मजिस्ट्रेट ने केंद्र व्यवस्थापक अंजू के विरुद्ध नकल अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है। केंद्र व्यवस्थापक को हटा दिया गया। विभाग ने नगला रेवती केंद्र पर एक अतिरिक्त स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है।

सकीट विकासखंड क्षेत्र के डीएवी इंटर कालेज परीक्षा केंद्र पर हाइस्कूल गणित की परीक्षा के दौरान परीक्षण करते जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार। जागरण

प्रश्नपत्र ग्रुप पर डालना केंद्र व्यवस्थापक की घाेर लापरवाही

जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर इंद्रजीत ने बताया कि प्रश्नपत्र ग्रुप पर डालना केंद्र व्यवस्थापक की घोर लापरवाही है। जब्त मोबाइल की जांच कराई जाएगी। उसके अनुरूप कार्रवाई होगी।

यूपी बोर्ड के सचिव ने कही ये बात

यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह का कहना है कि हाईस्कूल के गणित विषय के अवशेष प्रश्न पत्र के मुख्य पृष्ठ की फोटो गलती से वाट्सएप ग्रुप पर अपलोड हो गई थी। इसमें प्रश्नपत्र के भीतर के पेज नहीं थे। ऐसे में प्रश्नपत्र वायरल होने की घटना नहीं हुई। जिला स्तर पर बोर्ड परीक्षा की सूचना के आदान-प्रदान के लिए बने वाट्सएप ग्रुप पर प्रश्नपत्र के मुख्य पेज को अपलोड हो जाने को केंद्र व्यवस्थापक की कार्य के प्रति लापरवाही माना गया है। डीआईओएस की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र व्यवस्थापक के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।

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