मेरठ। जल निगम की लापरवाही से सोमवार रात गेल की पाइप लाइन गई। गैस के रिसाव से आग लग गई तो आसपास के लोग घरों से निकल आए। सूचना पर दमकल की गाड़ी और सीएफओ भी पहुंच गए थे। मुख्य वाल को बंद किया गया, लेकिन दो घंटे तक आग जलती रही। इस हादसे में एक व्यक्ति झुलस भी गया। यहां पर अफरातफरी मची रही।
गैस का रिसाव हुआ
सिविल लाइंस क्षेत्र के आर्य नगर में जल निगम पाइप लाइन डालने का काम कर रहा है, इसलिए खोदाई की जा रही है। सोमवार रात जेसीबी से खोदाई के दौरान गेल की पाइप लाइन फट गई। तेजी से गैस का रिसाव हुआ तो आग भी लग गई। पहले तो कर्मचारियों ने ही आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। ऊंची-ऊंची लपटें देख आसपास के लोग भी घरों से निकल आए। उन्होंने भी काबू पर काबू करने का प्रयास किया।
आग बुझाने में एक झुलसा
गेल की पाइप लाइन में लगी आग को पहले जल निगम के कर्मचारी और स्थानीय निवासी बुझाने का प्रयास कर रहे थे। अंकित मेहरा भी आग बुझाने में लगे हुए थे। इस दौरान उनका चेहरा, छाती और हाथ झुलस गए थे। लोगों ने उनपर पानी डाला और फिर उपचार कराया। सीएफओ ने बताया कि अंकित की हालत सही है। आग की तपिश से थोड़े से झुलस गए हैं।
दमकल की गाड़ियां पहुंचीं
इसके बाद दमकल विभाग को सूचना दी तो पुलिस लाइंस से दो गाड़ी पहुंच गईं। रिहायशी क्षेत्र में आग की सूचना पर सीएफओ संतोष राय भी पहुंच गए और गेल कंपनी के अधिकारियों से बात की। इसके बाद कंपनी ने कुछ कर्मचारियों को भेजा और मुख्य वाल को बंद करा दिया, जिसके बाद गैस की सप्लाई बंद हो गई।
कर्मचारियों की लापरवाही
सीएफओ ने बताया कि पाइप में काफी गैस थी, जो जल रही थी। करीब दो घंटे तक आग जलती रही, जिसके बाद बंद हो गई थी। वहीं, स्थानीय लोगों ने आग बुझने के बाद राहत की सांस ली। उन्होंने कहा कि जल निगम के कर्मचारी लापरवाही से काम करते हैं। यदि समय पर पाइप लाइन का मुख्य वाल बंद नहीं किया जाता तो हादसा बड़ा भी हो सकता था।
इनका कहना है
बड़ा हादसा टला है। पाइप लाइन के दोनों तरफ घर हैं। जल निगम ने बिना बताए कार्य शुरू किया है और पाइप लाइन क्षतिग्रस्त कर दी। यह भी ध्यान रखना चाहिए था कि दो फिट की ही दूरी पर गेल गैस का मार्कर लगा था तब भी लापरवाही बरती गई। इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी से करेंगे। बहरहाल, पाइप लाइन का वाल बंद करके आपूर्ति रोकी गई है। आग बुझने के बाद मरम्मत शुरू कर दी गई है।
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