ज्ञानपुर (भदोही)। सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था के तहत कोटे की दुकानों से गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत मुफ्त खाद्यान्न हासिल कर रहे ऐसे करीब तीन लाख लाभार्थियों की दिक्कत बढ़ेगी, जिन्होंने ई-केवाईसी नहीं कराया है। ऐसे लोगों का नाम राशन कार्ड से कट सकता है। इससे उन्हें खाद्यान्न नहीं मिल पाएगा। हालांकि शासन की ओर से ऐसे लोगों को राहत दी गई है। उन्हें ई-केवाईसी कराने के लिए मौका दिया गया है।
जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था के अंतर्गत जिले में दो नगर पालिका व पांच नगर पंचायत सहित सात नगरीय क्षेत्र व 546 ग्राम पंचायतों में कुल दो लाख 98 हजार उपभोक्ताओं के राशन कार्ड बनाए गए हैं। इसमें 12 लाख नौ हजार 500 लोगों को पांच-पांच किलो खाद्यान्न प्रतिमाह प्राप्त होता है। इनमें तमाम राशनकार्ड धारक ऐसे हैं, जो अपने परिवार के मृत सदस्यों तो विवाहित बेटियों तक के हिस्से का राशन अब भी ले रहे हैं।
ऐसे लोगों का नाम व अपात्र लाभार्थियों का नाम राशन कार्ड से हटाने को शुरू कराए गए सत्यापन कार्य के तहत राशन कार्ड में जितने नाम हैं सभी का ई-केवाईसी कराने का कार्य शुरू किया गया है। करीब पांच माह पहले शुरू हुए ई-केवाईसी के कार्य में 12,09500 लाभार्थियों में से तीन लाख से अधिक का ई-केवाईसी नहीं हो सका है।
हालांकि शासन स्तर से ई-केवाईसी कराने के लिए अगले तीन माह तक का समय दिया गया है। जिसमें शत-प्रतिशत लोगों ई-केवाइसी कराने का निर्देश दिया है।
जिला पूर्ति अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि ई-केवाईसी का कार्य चल रहा है। जिनकी केवाईसी नहीं हुई है। उनकी सूची भी कोटेदारों को उपलब्ध करा दी गई है। ऐसे लोग अपने कोटे की दुकान पर पहुंचकर ई-केवाईसी करा सकते हैं।

रेलवे स्टेशन पर ऑनलाइन पेंमेंट की व्यवस्था

मऊ : रेल प्रशासन द्वारा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को टिकट लेने के लिए आनलाइन पेंमेंट की सुविधा दिए जाने से काफी सहूलियत मिल रही है। पहले यात्रियों को टिकट लेते समय खुल्ले पैसे न होने के चलते इधर-उधर भटकना पड़ता था। खुल्ले न होने की दशा में कइयों की ट्रेन भी छूट जाया करती थी। अब उनकी यह समस्या खत्म हो गई है।

टिकट वेंडिंग मशीन को छोड़ यात्री चाहे रिजर्वेशन काउंटर हो या साधारण टिकट काउंटर दोनों ही खिड़कियों पर आनलाइन पेमेंट कर टिकट आसानी से प्राप्त कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने खिड़कियों के अतिरिक्त ट्रेन में चलने वाले टीटीई को प्रदान की गई टिकट मशीन में भी क्यूआर की सुविधा प्रदान की है। ताकि यात्री के पास कैश न होने की अवस्था में टीटीई को आनलाइन भुगतान कर अपना टिकट बनवा सकता है।

यात्रियों को सुविधा मिलने के साथ ही रेलवे का बढ़ रहा राजस्व

मंडल वाणिज्य निरीक्षक अखिलेश सिंह ने बताया कि आनलाइन सुविधा न होने से यात्रियों को दिक्कत होती थी। रेलवे को भी राजस्व का नुकसान होता था। अब आनलाइन भुगतान की मशीनें लग जाने से यात्रियों को सहूलियत मिलने के साथ ही रेलवे के राजस्व में भी इजाफा हो रहा है और कर्मचारियों के समय की बचत भी हो रही है।

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