वृंदावन। बुजुर्ग, बीमार, दिव्यांगों से भीड़ से बचने की अपील ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने साल के अंतिम दिनों और नए साल के शुरुआती हफ्ते में भक्तों की भीड़ का अंदाजा लगाते हुए बुजुर्ग, बीमार, दिव्यांगजनों से मंदिर आने की अपील की है। सामान्य रोगियों से भी मंदिर आने से पहले दवा लेकर आने की अपील की है। ताकि भीड़ के दबाव में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
वर्ष के अंतिम हफ्ते और नए वर्ष की शुरुआत ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन करने की इच्छा लिए दुनिया भर के श्रद्धलु वृंदावन आएंगे। मंदिर में बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ और इससे हो रही अव्यवस्था को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं।
मंदिर में प्रवेश के साथ ही श्रद्धालुओं को दर्शन कर बाहर निकालने की व्यवस्था की जा रही है। इससे मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं का ठहराव नहीं होगा। भीड़ के दबाव के मद्देनजर मंदिर प्रबंधन ने बीमार, बुजुर्ग और दिव्यांगों से भीड़ का आकलन कर ही मंदिर आने की अपील की है। ताकि भीड़ के दबाव में उन्हें दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसी रविवार से नई व्यवस्था शुरू की जाएगी।

छुट्टी में बढ़ेगी भीड़

शनिवार, रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को ही दफ्तर खुलेंगे। इसके बाद 25 दिसंबर से छुट्टियां शुरू हो जाएंगी और दिल्ली, एनसीआर के श्रद्धालु वृंदावन पहुंच जाएंगे। श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

रविवार से मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन कर बाहर निकाला जाएगा। मंदिर में ठहराव पूरी तरह खत्म करने की तैयारी के लिए मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षागार्डों की संख्या बढ़ाई है। मंदिर प्रबंधन ने जिला प्रशासन से साल के अंतिम हफ्ते और नए वर्ष के पहले हफ्ते में पुलिसफोर्स तैनात करने की मांग की है। ताकि बाजार से ही श्रद्धालुओं को कतारबद्ध तरीके से मंदिर तक पहुंचाया जा सके।

ये होगी व्यवस्था

  • मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा ने कहा कि ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर आने वाले मार्गों विद्यापाीठ, हरिनिकुंज, जुगलघाट, किशोरपुरा पर क्लार्करूम स्थापित किए हैं। श्रद्धालु यहीं से जूता-चप्पल उतारकर व सामान रखकर मंदिर की ओर आगे बढ़ेंगे।
  • विद्यापीठ, हरिनिकुंज, किशोरपुरा से आने वाले श्रद्धालु गली संख्या तीन से मंदिर के प्रवेशद्वार तीन में होकर मंदिर में प्रवेश करेंगे। जबकि जुगलघाट, दाऊजी मंदिर से आने वाले श्रद्धालु गली नंबर दो के प्रवेशद्वार संख्या दो से मंदिर में प्रवेश करेंगे।
  • निकासद्वार गेट संख्या एक और चार रखा गया है। वीआईपी एंट्री गेट संख्या पांच से होगी। जगमोहन में तय संख्या में मिलेगा प्रवेश भक्तों की भीड़ में आपाधापी के माहौल को खत्म करने के लिए मंदिर प्रबंधन ने जगमोहन में पहुंचकर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तय करते हुए सीढ़ियों पर रस्सा बांध दिया है।
  • जगमोहन पर तय संख्या में ही श्रद्धालुओं को एंट्री मिलेगी। जबकि जगमोहन में ऊपर चढ़ने के लिए श्रद्धालुओं में सुबह से शाम तक आपाधापी का माहौल बना रहता था।
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