लखनऊ जा रहे थे कार सवार घायल
घटना एक्सप्रेस-वे के 56.400 किलोमीटर पर हुई। 50 वर्षीय अंबिका प्रसाद निवासी बदरपुर थाना जैतपुर न्यू दिल्ली कार से लखनऊ जा रहे थे। वह कार के आगे चालक के पास बैठे थे। कोहरे की वजह से दृश्यता कम होने के कारण उनकी कार डीसीएम से टकरा गई। कोई कुछ समझ पाता, इस बीच पीछे से आईं तीन और कारें भी एक-एक कार उनकी कार से टकरा गईं। गनीमत रही कि कोई बड़ी घटना नहीं हुई। इंस्पेक्टर नसीरपुर राजीव राघव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घायल को अस्पताल भिजवाया।
मौसम ने फिर ली अंगड़ाई
मंगलवार सुबह से ही वातावरण में कोहरा और धुंध छाने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दो-दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। सुबह लोग ठंड से कंपकंपा गए। ठंड से बचने के लिए इनर और शाल का सहारा लिया। वहीं बच्चे और बुजुर्ग गर्म कपड़ों में दिखाई दिए। मौसम का असर सड़क और रेल यातायात पर भी पड़ा।
घना कोहरा छाने से वाहन चालक हुए परेशान
सुबह लोगों की नींद खुली तो बाहर घना कोहरा छाया हुआ था। ठंडी हवा चल रही थी, जिससे लोगों की कंपकंपी छूटने लगी। सुबह 10 बजे तक कोहरे की चादर तनी रही। इस दौरान स्कूली बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर भेजा गया। वहीं दृश्यता कम होने से वाहन चालकों की मुश्किल बढ़ गई। उनको लाइट जलाने के बाद भी देखने में परेशानी हो रही थी।
संभल कर रहें हृदय और ब्लड प्रेशर के मरीज
ठंड के साथ ही हृदय और ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। मेडिकल कालेज अस्पताल में फिजीशियन की ओपीडी में इनके 40 से 50 मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं। प्राइवेट डाक्टरों के पास भी ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। वैसे तो सर्दी के मौसम को हेल्दी सीजन कहा जाता है, लेकिन हृदय और ब्लड प्रेशर के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है।
ठंड में बीपी के मरीज रखें विशेष ख्याल
मेडिकल कालेज अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डा. मनोज कुमार ने बताया कि ठंड में ब्लड प्रेशर घटता-बढ़ता रहता है। इससे खून की आपूर्ति करने के लिए हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है। ब्लड प्रेशर अधिक बढ़़ने से दिल का दौरा और पक्षाघात भी हो सकता है। एक कारण यह भी कि सर्दी में रक्त नलिकाएं संकरी हो जाती है। जिससे शरीर में आक्सीजन की पर्याप्त मात्रा नहीं पहुंच पाती। पसीना न निकलने से नमक शरीर में जमा होता रहता है। इससे भी ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है।