हिसार। उत्तर भारत में हरियाणा अब भी सर्दी की एंट्री की बाट जोह रहा है। कई जिले गर्मी में तप रहे हैं। चार जिलों में तो रविवार को पारा 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा। 34 डिग्री की वजह से प्रदेश में सिरसा सबसे गर्म रहा। जबकि पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में हिमपात और कोहरा असर दिखाने लगा है। उससे सटे पंजाब के जिलों में भी कोहरा छाने लगा है।

दो-तीन दिन गर्मी से नहीं मिलेगी राहत

हरियाणा में पिछले साल की तुलना करें तो वर्षा होने के बाद हिसार का अधिकतम तापमान 10 नवंबर को 23.8 डिग्री दर्ज किया गया था, लेकिन इस बार 32 डिग्री चल रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 11 नवंबर से तापमान में भी हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
इसके दो-तीन दिन बाद तक गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं। वहीं, रविवार को शिमला की में अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री और न्यूनतम 10.8 डिग्री दर्ज किया गया। सोमवार को हिमपात व वर्षा की संभावना जताई है। हिमाचल में 14 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जोकि 18 नवंबर तक प्रभावित रहेगा।

कोहरे से हिमाचल व अमृतसर में उड़ानें प्रभावित

हिमाचल के कुल्लू, मनाली व लाहुल-स्पीति की चोटियों पर हिमपात का क्रम शुरू हो गया है। कोहरा भी छाने लगा है। रविवार को गगल स्थित कांगड़ा हवाई अड्डे पर एक भी विमान नहीं पहुंचा।

उधर, पंजाब में भी कोहरा छाने लगा है, जिसके कारण अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दो फ्लाइट दिल्ली डायवर्ट करनी पड़ी। इसका कारण यह भी माना जा रहा है कि कम प्रशिक्षित पायलट कोहरे में विमान लैंड नहीं कर पा रहे।

10 नवंबर 2024 का तापमान

स्थान न्यूनतम अधिकतम
सिरसा 19.8 34
हिसार 16.2 32
पानीपत 18.2 30.8
करनाल 18 29.2
रोहतक 19.4 29
नारनौल 17 32.7
अंबाला 18.6 28.4
कुरुक्षेत्र 20.5 28.4

गेहूं की बुआई के लिए चाहिए इतना तापमान

प्रदेश में करीब 25 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई की जाती है। गेहूं बुआई के लिए दिन और रात का औसत तापमान 22 डिग्री सेल्सियस से उससे कम होना चाहिए, लेकिन अधिकतर जिलों में ये 24 डिग्री से ऊपर है।

बुआई के समय अधिक तापमान होने का गेहूं उत्पादन पर असर पड़ सकता है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विज्ञानिकों ने सलाह दी है कि उसी गेहूं की उसी किस्म की बुआई करें जो उच्च तापमान को सहन कर सके।

पिछले साल नौ नवंबर माह तक रही थी गर्मी

पिछले साल नौ नवंबर तक हिसार में गर्मी थी। एक नवंबर को 33.7 डिग्री तक था, जिसके बाद 30 डिग्री तक रहा। चार नवंबर को 29.5 डिग्री तक पहुंचा था, लेकिन उसके बाद तापमान फिर से 30 डिग्री को पार कर गया था।

10 नवंबर को वर्षा होने पर तापमान 23.8 डिग्री पहुंच गया था। दीपावली के बाद अधिकतम तापमान में 2 से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, लेकिन तब भी इस साल नवंबर में चल रहे तापमान से कम ही था।

आगामी दिनों में कैसा रहेगा प्रदेश में मौसम

हिसार के चौ. चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि 10 नवंबर तक चलीं उत्तरी हवाओं से दिन व रात्रि तापमान में हल्की गिरावट संभावित है। परन्तु 11 व 12 नवंबर को आंशिक बादल छाएंगे लेकिन रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी।

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