जनपद मुजफ्फरनगर के गांव पिनना निवासी किसान सुमित मलिक आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा है की जनपद मुजफ्फरनगर में औद्योगिक इकाइयां द्वारा वायु प्रदूषण तथा जल प्रदूषण भारी मात्रा में फैलाया जा रहा है माननीय मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी कई बार शिकायत की गई तथा जिलाधिकारी महोदय को भी कई बार शिकायत की गई लेकिन निरंतर प्रदूषण बढ़ रहा है कुछ दिन में दीपावली त्यौहार आने वाला है जिस तरह से पिछले दो-तीन दिन में प्रदूषण मुजफ्फरनगर में बहुत तेजी से बढ़ रहा है ऐसा लगता है कि मुजफ्फरनगर जिले में प्रदूषण 400 से भी अधिक होने की संभावना है जिससे दमा (अस्थमा) के मरीज को बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ सकती है जिलाधिकारी महोदय को इस पर तत्काल संज्ञान लेने चाहिए क्योंकि आम नागरिकों को प्रदूषण की वजह से बहुत ज्यादा घातक बीमारी होने की संभावना है उद्योग इकाइयों के आसपास के क्षेत्र के गांव में वायु प्रदूषण तथा जल प्रदूषण इतना अधिक बढ़ चुका है कि आम नागरिक अधिक बीमार हो रहे हैं चेहरे पर बहुत ज्यादा खराब होना तथा आंखों पर जलन हो रही है प्रदूषण विभाग कार्यवाही नहीं कर रहा है कुछ उद्योगों को पन्नी चलाने की परमिशन भी दी गई लेकिन मानक के अंतर्गत नियमों का पालन नहीं हो रहा है शासन के निर्देश हैं यदि किसी उद्योग के द्वारा नियम के विरुद्ध जाकर कोई पॉल्यूशन फैलाने का काम करेगा तो उसके उद्योग को तुरंत बंदी के निर्देश दिए जाते हैं लेकिन कोई भी कठोर कार्यवाही जनपद मुजफ्फरनगर में प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर नजर नहीं आ रही है जनपद मुजफ्फरनगर में टायर जलाने वाली फैक्ट्री भी बहुत ज्यादा है जो भारी मात्रा में प्रदूषण फैलाता है जिनके पास कोई लाइसेंस भी नहीं है उसके बावजूद भी जनपद मुजफ्फरनगर में खुलेआम टायर जलाने वाली फैक्ट्री भी खुलेआम चलती है प्रशासन उसका कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है जिससे आम नागरिक को प्रदूषण झेलना पड़ रहा है तथा बीमारी का सामना करना पड़ रहा हजारों की संख्या में कोल्हू संचालक द्वारा पन्नी कचरा जलाकर वायु प्रदूषण फैला जा रहा है तथा औद्योगिक इकाइयां बिना फिल्टर किए नालों में जमीन के अंदर बोरिंग के माध्यम से जल प्रदूषण फैला जा रहा है पर प्रशासन की सख्त कार्यवाही नहीं की जा रही है यदि दीपावली से पहले प्रशासन का प्रदूषण विभाग के द्वारा सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो सुमित मलिक किसान आरटीआई कार्यकर्ता समाजसेवी द्वारा जिला कलेक्टर पर भूख हड़ताल पर बैठने पर मजबूर होना पड़ेगा।।