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सचिन त्यागी
समय दोपहर एक बजे का था बागपत जिलाधिकारी जन सुनवाई के बाद जिले में भृमण के लिये जाने वाले थे, तभी एक महिला अपने बच्चों के साथ डीएम की गाड़ी के पास पहुंचते ही जोर जोर से रोने लगती है। महिला को इस तरह देख सभी के होश उड़ जाते है। महिला चीखती है साहब… या तो मेरी समस्या का समाधान करा दो नही तो मै बच्चों के साथ जहर खा लुंगी ….
जहर की चेतावनी सुनकर मौके पर मौजूद अधिकारी महिला की और दौड़ पड़े, महिला अधिकारियों ने पीड़िता को संभाला, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह गाड़ी छोड़कर अपने कार्यालय पहुंचे और महिला को बुलाकर उसकी समस्या सुनी,
महिला का नाम रेखा था जो मुकंदपुर गांव थाना छपरौली क्षेत्र की रहने वाली थी, उसने जिलाधिकारी को बताया कि उनकी शादी 20 वर्ष पूर्व रविन्द्र पुत्र धीरसिंह के साथ हुई थी, उसको 6 बच्चें है। उसका पति शराब पीता है और उनके साथ मारपीट करता है। 6 अगस्त की शाम को उसके पति द्वारा उसके साथ मारपीट कर बच्चों सहित घर से निकाल दिया। उन्होंने इसकी शिकायत छपरौली थाने पर की तो पुलिस ने घरेलू हिंसा का मामला बताकर कोई सुनवाई नही की। साहब मै अपने छह बच्चों को लेकर कहा जाऊ। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने उस महिला की बातों को सुना, रुंधे हुए गले से निकली महिला की पीड़ा को भांपते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी तूलिका को बुलाकर जरूरी निदेश दिये। जिलाधिकारी ने एसपी बागपत अर्पित विजयवर्गीय को भी मामले से अवगत कराया और छपरौली थानेदार को कड़ी फटकार लगाई। असर यह हुआ कि छपरौली पुलिस द्वारा पीड़ित महिला के पति को तुरंत हिरासत में लेकर महिला को घर मे प्रवेश दिलाया गया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी तूलिका शर्मा ने बताया कि महिला के पति रविन्द्र को कड़ी चेतावनी देकर समझाया गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर पुलिस व प्रोबेशन विभाग द्वारा दोनों के बीच समझौता करा दिया गया है ।
पीड़ित महिला रेखा से भी जब बात की गई तो रेखा ने बागपत जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को दिल से दुआएं देते हुए उनका धन्यवाद किया है। कहा कि डीएम साहब तो म्हारे लियो भगवान हेंगे, म्हारे दुःख दूर कर दिये, ऐसे साहब तो सबको मिले …
जिलाधिकारी से भी मामले की जानकारी ली गयी , उनका कहना है कि एक महिला जिसका नाम।रेखा है कार्यालय आयी थी , पति के साथ झगड़ा था दोनों के बीच समझौता करा दिया गया है।
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