नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि नगर निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी अपने गठबंधन के सहयोगियों के साथ बातचीत कर चुनाव लड़ेगी और सपा का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से होगा. सपा मुख्यालय से रविवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गयी.
निकाय चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने का किया दावा
बयान के अनुसार अखिलेश यादव ने कहा है कि नगर निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी अपने गठबंधन के सहयोगियों के साथ बातचीत कर चुनाव लड़ेगी. यादव ने कहा कि ”भाजपा ने स्मार्ट सिटी के नाम पर जनता को धोखा दिया है, नगरों में कूड़ा भरा पड़ा है, नालियों में गन्दगी है, सफाई नहीं है अैर सफाई न होने से नगरों में बड़े पैमाने पर डेंगू फैला, व्यापारी परेशान है, इसलिए नगर निकाय चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी. ”
समाजवादी पार्टी ने 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), कृष्णा पटेल की अपना दल (कमेरावादी), डॉक्टर संजय चौहान की जनवादी पार्टी, केशव देव मौर्य के महान दल और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.
कब होगा उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव?
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. राज्य में 762 नगर निकाय हैं लेकिन दो निकायों में कानूनी अड़चन है.
फिलहाल उप्र सरकार ने 17 नगर निगम की 199 नगर पालिका परिषद की और 544 नगर पंचायतों की आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना बृहस्पतिवार को जारी कर दी, जिसके लिए एक सप्ताह के भीतर आपत्तियां मांगी गयी हैं. माना जा रहा है कि अप्रैल के पहले पखवाड़े में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा हो सकती है.
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