उत्तराखण्ड पुलिस की सतत तैयारी से चारधाम यात्रा 2025 का सुरक्षित एवं सफल संचालन सुनिश्चित
पुलिस महानिरीक्षक/नोडल अधिकारी श्री बद्रीनाथ धाम ने की चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा
उत्तराखण्ड में आगामी चारधाम यात्रा को सुरक्षित, सुगम और निर्बाध बनाने के लिए राज्य पुलिस प्रशासन पूरी तरह से कमर कस चुका है। लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से व्यापक स्तर पर तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं।
इसी महत्वपूर्ण तैयारी श्रृंखला के तहत, बद्रीनाथ धाम की यात्रा व्यवस्थाओं के लिए नामित पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) योगेन्द्र रावत ने आज जनपद चमोली के दौरे पर पहुँचे। उन्होंने ज्योतिर्मठ पहुँचकर यात्रा संबंधी सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा हेतु एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की।
बैठक का मुख्य केंद्र बिंदु बद्रीनाथ यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाना, यातायात प्रबंधन को प्रभावी बनाना तथा यात्रा के दौरान तैनात होने वाले पुलिस बल के लिए आवश्यक व्यवस्थापन और मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना रहा। आईजी महोदय ने इस दौरान उपस्थित संबंधित सभी अधिकारियों से तैयारियों का विस्तृत ब्यौरा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
महोदय ने यात्रा मार्ग पर चिन्हित किए गए विभिन्न *पार्किंग स्थलों* की जानकारी ली। उन्होंने इन स्थलों की क्षमता, वहां वाहनों को पार्क करने की व्यवस्था और यात्रियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तृत पूछताछ की।
इसके अतिरिक्त, आईजी महोदय ने यातायात के संभावित दबाव को देखते हुए चिन्हित किए गए *होल्डिंग स्थलों (Holding sites)* की भी जानकारी ली। उन्होंने इन होल्डिंग पॉइंट्स के चयन, वहां उपलब्ध व्यवस्थाओं और आपातकालीन स्थिति में इनके उपयोग की रणनीति की जानकारी ली।
संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पार्किंग और होल्डिंग स्थलों पर समुचित साइनेज (दिशा-निर्देश बोर्ड) लगवाएं ताकि यात्रियों और वाहन चालकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। साथ ही, इन स्थलों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती और निगरानी रखने पर भी जोर दिया गया।
अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि यात्रा मार्गों पर तैनात पुलिस बल के लिए रहने और खान-पान की उचित व्यवस्थाओं का प्रबंधन किया जाए। जिससे न केवल पुलिसकर्मियों की कार्यक्षमता में वृद्धि हो, बल्कि श्रद्धालुओं को भी बेहतर सुरक्षा का आश्वासन दिया जा सके।
सभी संबंधित थाना प्रभारियों और सर्किल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले यात्रा मार्ग पर स्थित सभी होटल, लॉज और ढाबों में कार्यरत कर्मचारियों का गहनता से *सत्यापन* कराएं।
यात्रा से पूर्व क्षेत्र के समस्त *होटल और टैक्सी यूनियन* के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ अनिवार्य रूप से एक समन्वय बैठक आयोजित की जाए।
यात्रा मार्ग पर स्थित संवेदनशील क्षेत्रों, विशेष रूप से भूस्खलन (स्लाइडिंग) की आशंका वाले जोनों पर विशेष चौकसी बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं। पुलिस महानिरीक्षक ने इन *’स्लाइडिंग जोनों*’ पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती और लगातार निगरानी रखने के आदेश दिए हैं।
इसके अलावा, यात्रा मार्गों का निरीक्षण कर पायी गई कमियों को समय से ठीक करने की दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करने हेतु निर्देशित किया ।
उत्तराखण्ड पुलिस इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालु और पर्यटक सुरक्षित रहें और उन्हें यात्रा का एक सुखद अनुभव मिले।
इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक कर्णप्रयाग अमित सैनी, पुलिस उपाधीक्षक चमोली मदन बिष्ट व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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