फतेहपुर। बैठका चौराहा-करबिगवां मार्ग दो जिलों को जोड़ने का काम करता है। आवाजाही के लिए मार्ग में वाहनों का भारी माह में आना-जाना होता है। सड़क जर्जर होने पर खासकर 45 गांव के लोगों को आने-जाने में परेशानी होती थी। मार्ग संकरा होने पर आए दिन जाम की समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ता है। संकरे और जर्जर मार्ग के चौड़ीकरण की कार्ययोजना लोक निर्माण विभाग ने बनाई है। इस 10 किलोमीटर लंबी और पांच मीटर चौड़ीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बना कर शासन को भेजा है।
बैठका चौराहा-करविगवां मार्ग 10 किमी लंबा होने पर कानपुर महानगर को जोड़ता है। इस मार्ग से प्रतिदिन एक हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों का आना-जाना होता है। महानगर पास होने के चलते 45 गांव के लोग व्यापार करने के लिए इस मार्ग से ही कानपुर आते-जाते हैं।
शासन को भेजा गया 15 करोड़ का प्रस्ताव
10 किमी का सफर तय करने पर दो से तीन घंटा लगता है। इन सारी समस्याओं को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने मार्ग के चौड़ीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा है। शासन से अनुमति मिलने के बाद बजट स्वीकृत किया जाएगा। फिर सभी औपचारिकताएं पूरी करके सड़क निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
भारी वाहनों पर नो इंट्री लगाए जाने की मांग
नगर के अंदर आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए भारी वाहनों पर नो इंट्री लगाए जाने की मांग उठने लगी हैं। मंगलवार को मानवाधिकार एवं उपभोक्ता फोरम के जिला सचिव अमित कुमार ने जिलाधिकारी से मिलकर भारी वाहनों पर नो इंट्री लगाए जाने की मांग की।
कहा कि सुबह बच्चे अपने स्कूलों को साइकिल या फिर स्कूली बसों में जाते हैं। इस दौरान नगर भीतर भारी वाहनों की आवाजाही होने से हादसों की आशंका हरदम बनी रहती है। उन्होंने कहा कि सुबह छह बजे से रात्रि दस बजे तक नो इंट्री लगाई जाए। भारी वाहनों के निकलने का समय रात्रि दस बजे से सुबह पांच बजे तक नियत किया जाए।
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