फाईनेंशियल स्मार्ट बनकर की जा सकती है सही शुरूआतः कौशिक
-आरबीआई व क्रिसिल फाउन्डेशन ने स्कूल में किया वित्तीय साक्षरता कैम्प
-प्रश्नोत्तरी में सही उत्तर देने वाले शिक्षकों व बच्चों को दिये गये पुरस्कार
-बच्चों व शिक्षकों ने वित्तीय साक्षरता के लिए दिखाया उत्साह

मुजफ्फरनगर। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिसिल फाउन्डेशन के सहयोग से शिशु शिक्षा निकेतन इंटर कालेज खतौली में एक वित्तीय साक्षरता कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों व शिक्षकों को वित्तीय साक्षर किया गया। इस दौरान बचत, निवेश, सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ बैंकिंग, साईबर फ्रॉड, डिजिटल बैंकिंग, अनक्लेम्ड फंड, डीआईसीजीसी आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। कैम्प के बाद एक क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें सही उत्तर देने वाले छात्रों व बच्चों को पुरस्कृत किया गया।


कैम्प को संबोधित करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के अग्रणी जिला अधिकारी कुमार कौशल कौशिक ने कहा कि फाइनेंशियल स्मार्ट बनकर ही सही जिन्दगी की शुरूआत हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लगातार महंगाई बढ़ती जा रही है, ऐसे में यदि वित्तीय साक्षरता नहीं आयेगी, तो जिन्दगी में भारी परेशानियां उठानी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि टैक्नालॉजी बढ़ने से जितने फायदे हैं, उतने ही नुकसान भी हो रहे हैं, इसके लिए जरूरी है कि हम सतर्क रहे और जागरूक बनें, तभी हम टैक्नालॉजी का सही इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने डिजीटल बैंकिंग के दौरान होने वाली ऑनलाईन धोखाधड़ी के बारे में विस्तार से बताया कि किस तरह से लगातार ऑनलाइन तरह-तरह के फ्रॉड हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि यदि बैंकिंग सेक्टर का कोई अधिकारी या कर्मचारी किसी तरह से परेशान करता है, तो उनकी शिकायत बैंकिंग लोकपाल में की जा सकती है, जहां पर पीड़ित की न केवल सुनवाई होगी, बल्कि परेशान करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।


मनीवाईज सीएफएल प्रोजेक्ट की क्षेत्रीय सहायक प्रबन्धक शीजा खानम ने वित्तीय साक्षरता का मतलब समझाते हुए कहा कि हमारे जिन्दगी में पैसा बहुत मायने रखता है और पैसे का प्रबन्धन वित्तीय साक्षरता से ही आ सकता है। उन्होंने बताया कि किस तरह से बजट बनाया जाये और बचत की जाये। बचत करने के बाद उसका सही निवेश किया जाये, ताकि बचत में वृद्धि हो सके। उन्होंने सरकार द्वारा चलायी जा रही पीएमएसबीवाई, पीएमजेजेबीवाई, एपीवाई, एसएसवाई, पीपीएफ, एनपीएस समेत विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया कि किस तरह से इन योजनाओं में पैसे की वृद्धि होती है। उन्होंने बताया कि निवेश करते समय भी यह ध्यान रहे है कि उसमें कितना रिस्क है और यह रिस्क लेना ठीक रहेगा या नहीं। उन्होंने सभी छात्रों, अध्यापकों व उनके अभिभावकों से आह्वान किया कि वह बैंकों से जुड़े और अपना विकास करें।
कार्यक्रम को सीएफएल फील्ड कोर्डिनेटर वसीम अहमद, एसएसएन इंटर कालेज के प्रधानाचार्य केएस सिंगल, जूनियर विंग की प्रधानाचार्य सोनिया सिंघल, चिराग सिंघल, अवधेश कुमार, लोकेश गुप्ता आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान स्कूल के छात्रों व शिक्षकों के अलावा पीएनबी बैंक मैनेजर सुचित यादव, बैंक ऑफ बडौदा के क्रेडिट ऑफिसर अभिनव कुशवाह आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंत में एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें वित्तीय साक्षरता से संबन्धित प्रश्न पूछे गये, जिसमें बच्चों व शिक्षकों ने बड़े उत्साह से भाग लिया। बच्चों व शिक्षकों द्वारा सही जवाब दिये जाने पर उन्हें पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान बोर्ड परीक्षा में जनपद के टॉप टेन सूचि में आने वाले लक्ष्य कुमार, वंशिका व जोया खान को भी सम्मानित किया गया।

"
""
""
""
""
"

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *