नई दिल्ली। वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी सैन्य गतिरोध में चीन से निपटने के लिए वायुसेना ने सभी उचित कदम उठाए हैं। उनके अनुसार भारत खराब से खराब हालात की चुनौतियों से निपटने के लिए न केवल पूरी तरह तैयार है बल्कि सक्षम भी है। वायुसेना की 90वीं स्थापना दिवस के पूर्व अपनी सालाना प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एलएसी के करीब चीनी वायुसेना की पिछले दिनों उकसावे वाली हरकत से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल ने कहा कि भारतीय वायुसेना ‘सबसे खराब स्थिति’ सहित सभी प्रकार की सुरक्षा चुनौतियों के लिए तैयारी कर रही है। हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

एलएसी पर यथास्थिति की बहाली पर स्थिति होगी सामान्य

चीनी वायुसेना की हरकतों पर उनका कहना था कि सीमा विवाद से जुड़ी वार्ताओं के दौरान चीनी पक्ष को इस बारे में उचित संदेश दे दिया गया। वैसे चीनी हरकतों को मानिटर करने के लिए रडार से लेकर अन्य सैन्य उपकरणों की संख्या में इजाफा किया गया है। यह पूछे जाने पर कि एलएसी पर सामान्य स्थिति किसे माना जाएगा? वायुसेना प्रमुख ने साफ कहा कि एलएसी पर यथास्थिति की बहाली और टकराव के सभी पहलू पूरी तरह समाप्त होने से ही स्थिति सामान्य होगी।

संयुक्त थियेटर कमान के खिलाफ नहीं मगर वायुसेना अपनी डाक्टरीन से नहीं कर सकती समझौता

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति के बाद तीनों सेनाओं के संयुक्त थियेटर कमान के गठन की पहल आगे बढ़ने की संभावनाओं के बीच वायुसेना के संयुक्त कमान पर एतराज से जुड़े सवाल पर एयरचीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि हम भविष्य के युद्धों के लिए सहयोगी बलों के साथ संयुक्त योजना और उसके कार्यान्वयन की अनिवार्यता को समझते हैं। वायुसेना इसके खिलाफ नहीं है, मगर हमारी आपत्ति इसकी कुछ संरचनाओं को लेकर है। हर सैन्य बल की अपनी कुछ विशिष्ट संरचना और डाक्टरीन होती है और उनका मानना है कि वायुसेना की डाक्टरीन से इसमें कोई समझौता नहीं होना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा किसी जंग को कोई सैन्य बल अकेले नहीं जीत सकता।

अगले साल वायुसेना में होगी महिला अग्निवीरों की भर्ती

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि कोई भी संस्थागत ढांचा और डाक्टरीन अब भविष्य के चुनौतीपूर्ण साइबर और उपग्रह युद्ध की चुनौतियों को शामिल करके ही बनाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि वायुसेना संयुक्त थियेटर कमान की अगुआई करने के लिए तैयार है। वायुसेना में इस साल दिसंबर तक 3000 अग्निवीरों की भर्ती होने की बाते कहते हुए एयरचीफ मार्शल ने कहा कि अगले साल भारतीय वायुसेना में महिला अग्निवीरों की भी भर्ती की जाएगी। अगले साल वायुसेना में जितने अग्निवीर भर्ती होंगे उसका 10 फीसदी हिस्सा महिलाएं होंगी।

अलग-अलग शहरों में वायुसेना दिवस की फ्लाई परेड

वायुसेना दिवस के मौके पर आठ अक्टूबर को इस बार वायुसेना का फ्लाई पास्ट परेड चंडीगढ़ में हो रहा है और इस बारे में उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों के युवाओं को वायुसेना में आने के लिए आकर्षित करने के मकसद से यह शुरूआत की गई है। अब हर साल अलग-अलग शहरों में वायुसेना दिवस की यह फ्लाई परेड होगी। चंडीगढ में सुखना झील के निकट होने वाले फ्लाई पास्ट परेड में वायुसेना के इस बार 83 विमान हिस्सा लेंगे जिसमें राफेल, सुखोई, जगुआर, मिग, तेजस आदि शामिल हैं।

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