<*प्रशांत त्यागी,सहारनपुर। संवाददाता* 

बजरंग दल ने देवबंद के दारुल-उलूम द्वारा अनैतिक व गैरसंवैधानिक रूप से सरकारी लाभ लिए जाने के संबंध में एक ज्ञापन रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सौंपकर जांच किए जाने की मांग की।

<सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सहारनपुर पँहुचे थे। उनके सहारनपुर पँहुचने पर बजरंग दल प्रांत संयोजक विकास त्यागी के नेतृत्व में संगठन के एक प्रतिनिधि मण्डल ने उनसे देर रात्रि भेटकर दारुल-उलूम देवबंद द्वारा रेलवे से अनैतिक व गैरसंवैधानिक रूप से लिए जा रहे वित्तीय लाभ के संबंध में एक ज्ञापन उन्हे सौंपा।

ज्ञापन में रेल मंत्री को बताया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कराए गए मदरसों के सर्वे में हजारों मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मिले है। सर्वे में दारुल-उलूम देवबंद भी गैर मान्यता प्राप्त मदरसा मिला है। गैर मान्यता प्राप्त मदरसे के द्वारा सरकार से कोई भी सहायता प्राप्त करना अनैतिकता के साथ-साथ गैरसंवेधनिक भी है। लेकिन दारुल-उलूम देवबंद लंबे समय से भारतीय रेलवे से रेल किराये में अपने छात्रों को 50 प्रतिशत की छूट दिला रहा है। उन्होंने ज्ञापन में इंगित किया कि दारुल-उलूम के छात्रों को यह छूट मासिक, त्रिमासिक पास के साथ साथ स्लीपर क्लास पर भी दी जा रही है। इस तरह दारूल-उलूम गैरसंवैधानिक रूप से सरकार के करोड़ों रुपये का गबन करने का आरोपी है। ज्ञापन में कहा गया कि जांच कर दारुल-उलूम से इस पैसे की वसूली की जाए।

विदित हो मदरसा सर्वे में दारुल उलूम-देवबंद गैर मान्यता प्राप्त पाए जाने पर दारुल-उलूम के प्रशासन ने सफाई दी थी कि मदरसा कोई सरकारी अनुदान प्राप्त नहीं करता है। लेकिन विकास त्यागी ने दारुल-उलूम द्वारा ली जा रही इस वित्तीय सहायता को पकड़ लिया था। और तब से ही विकास त्यागी मुद्दे को उठाते आ रहे है।

रेल मंत्री को ज्ञापन देने वालो में प्रांत बलोउपासना प्रमुख कपिल मोहडा,विभाग संयोजक मोकित पुंडीर,प्रखंड संयोजक सम्राट राणा व संकी त्यागी रहे।रिपोर्ट प्रशांत त्यागी

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