श्रीकांत त्यागी प्रकरण के सहारे विपक्ष की अब त्यागी भूमिहार वोटों पर नजर

नोएडा का श्रीकांत त्यागी प्रकरण लगातार सुर्खियों में बना हुआ है जहां पहले आरएलडी राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी से मुलाकात कर चुके हैं पुलिस द्वारा उनके व परिवार के उत्पीड़न शोषण को लेकर,वही रालोद प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने श्रीकांत त्यागी प्रकरण पर अपना स्टैंड साफ किया है उन्होंने कहा श्रीकांत त्यागी ने जो गालीबाजी कि है रालोद उसका समर्थन नही करता लेकिन श्रीकांत पर गालीबाजी में केस दर्ज होने चाहिए था जो सरकार ने उस पर गैंगस्टर जैसी धाराएं लगाई हैं वह बिल्कुल गलत है और पुलिस द्वारा जो श्रीकांत त्यागी के परिवार की महिलाओं के साथ उत्पीड़न किया है कई दिन तक घर की महिलाओं को पुलिस थाने में बैठा कर रखा व श्रीकांत के घर की बिजली पानी बन्द कर दिए गए जबकि घर पर छोटे बच्चे भी थे रालोद इसका विरोध करता है और हम सरकार से मांग करते है जिन अधिकारियों ने परिवार का उत्पीड़न किया है उन पर कार्यवाही करनी चाहिए,अब इस कड़ी में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी दस्तक दे दी है जहां पहले वह श्रीकांत त्यागी पर हमलावर थे अब मंगलवार को सपा का एक प्रतिनिधिमंडल बनाया है जो 2 सितंबर को नोएडा जाकर श्रीकांत त्यागी पत्नी व परिजनों से मुलाकात कर पुलिस द्वारा किए गए उत्पीड़न की जानकारी करने के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को सौंपेंगे,अब देखने की बात है बसपा और कांग्रेस की कब श्रीकांत त्यागी प्रकरण में अपनी एंट्री करते है बता दे त्यागी भूमिहार समाज पूर्वांचल और वेस्टन यूपी के कई जिलों अपना प्रभाव रखता है और त्यागी भूमिहार समाज अभी तक भाजपा के साथ जुड़ा है अगर आने वाले समय मे भाजपा से अलग होता है तो निश्चित भाजपा को एक बड़ा नुकसान होगा।।

अनुज त्यागी (राजसत्ता पोस्ट)

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