तू है दिलबर मेरा तू ही गमखार है।
तू मेरा प्यार है, तू मेरा प्यार है।।
दूर तुझसे रहूं ये मुनासिब नहीं,
मेरी चाहत का तू ही तो हकदार है।।
जो भी ढाओ सितम मुझको कुछ गम नहीं,
इतना कह दो मुझे तुमसे ही प्यार।।
तुझ पे कुर्बान जाऊंगी मेरे सनम,
मेरी नज़रों में तू मेरा दिलदार है।।
उसने दुनियां की खबरें लिखी सब मुझे,
कोई खत है ये अंजली या अख़बार है।।
✍️अंजली श्रीवास्तव
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