लखनऊ। योगी सरकार के पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण कर लिया। पार्टी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के बाद शाम को वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फिर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। इस भेंट को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है कि उन्होंने अपना विभाग छोड़ने को लेकर सीएम से बातचीत की होगी।

दरअसल, भाजपा में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत है। इसके अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद चौधरी का पंचायतीराज मंत्री के दायित्व से हटना तय है। निवर्तमान अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को करीब तीन वर्ष पहले जब प्रदेश संगठन की कमान सौंपी गई थी, तब वह योगी सरकार के पहले कार्यकाल में परिवहन मंत्री थे। कुछ समय बाद उन्होंने मंत्री पद छोड़ दिया था।

अब 2022 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद योगी सरकार-2.0 में स्वतंत्रदेव को जलशक्ति मंत्री बना दिया गया है। इसके चलते वह कुछ दिनों पहले अपना त्याग-पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को दे आए थे, लेकिन नए अध्यक्ष की नियुक्ति तक उन्हें कामकाज संभालने के लिए कह दिया गया था। सोमवार को उन्होंने नए अध्यक्ष को कार्यभार सौंप दिया। अब जल्द ही भूपेंद्र चौधरी, मंत्री पद से त्याग-पत्र देंगे।

इसके साथ ही अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि यह महत्वपूर्ण विभाग अब किसे दिया जाएगा? संभावना है कि ग्राम्य विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे उपमुख्यमंत्री मौर्य को यह विभाग साथ में दे दिया जाए। यह भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री खुद अपने पास इस विभाग को रख सकते हैं।

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