लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा पिछड़ों व वंचितों के खिलाफ है। विश्वकर्मा जयंती पर सार्वजनिक अवकाश सपा सरकार में घोषित किया गया था। भाजपा सरकार ने पूजा पर्व पर घोषित अवकाश निरस्त कर विश्वकर्मा समाज का अपमान किया है।
सपा अध्यक्ष ने विश्वकर्मा जयंती पर सभी प्रदेशवासियों विश्वकर्मा, शर्मा तथा शिल्पकार समाज को बधाई देते हुए कहा कि सृष्टि के शिल्पकार के रूप में विश्वकर्मा जी की प्रसिद्धि है। इन्द्र के सबसे शक्तिशाली अस्त्र वज्र का निर्माण भी विश्वकर्मा भगवान ने ही किया था। समाजवादी सरकार में विश्वकर्मा समाज के लिए ग्राम सभा की जमीन का पट्टा दिया गया था। विश्वकर्मा, लोहार व बढ़ई समाज के नौजवानों को आइटीआइ का प्रमाण पत्र देने के अलावा पुश्तैनी काम करने वालों को रोजगार उपलब्ध कराया गया था।
वहीं, प्रदेश मुख्यालय में विश्वकर्मा जयंती सादगी से मनाई गई। राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी एवं प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार से विश्वकर्मा जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष ने मांगा सहयोग, अखिलेश बोले सदन में दीजिएगा मौकाः सोमवार से शुरू हो रहे विधानमंडल सत्र से पहले शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से शिष्टाचार भेंट की। अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही बगैर किसी बाधा के संचालित हो, इसके लिए नेता प्रतिपक्ष से सहयोग मांगा है। वहीं, अखिलेश ने भी अध्यक्ष से कहा कि आप हमारे संरक्षक हैं, विपक्ष को सदन में ज्यादा से ज्यादा अपनी बात रखने का मौका दीजिएगा।
अखिलेश शनिवार शाम करीब साढ़े पांच बजे विधान भवन स्थित कार्यालय में विधानसभा अध्यक्ष से मिलने पहुंचे। उनके साथ सपा के मुख्य सचेतक व पूर्व मंत्री मनोज पाण्डेय भी साथ थे। अखिलेश ने विधानसभा अध्यक्ष को पुष्पगुच्छ दिया तो विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें प्रतीक चिह्न व अंगवस्त्र भेंट किया। उन्होंने अखिलेश को विधानभवन की लाबी में किए गए सौंदर्यीकरण को भी दिखाया।
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