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पासपोर्ट, फर्जी आधार कार्ड समेत कई दस्तावेज किए गए बरामद

-पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को भेजा जेल

देवबंद। संवाददाता

यूपी एटीएस ने देवबंद से दो संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। एटीएस की टीम ने आरोपियों के पास से पासपोर्ट समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों बांग्लादेश से को जेल भेज दिया।

यूपी एटीएस की टीम को देवबंद उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब एटीएस की टीम ने अवैध रूप से देवबंद में रह रहे दो संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी विगत दिनों से देवबंद में स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों को चकमा देकर लगातार रह रहे थे। इतना ही नहीं दोनों बांग्लादेशी नागरिकों ने देवबंद में रहते हुए फर्जी आधार कार्ड व अन्य कई दस्तावेज भी बनवा लिए थे। लेकिन हाल में ही एनआईए द्वारा भोपाल में गिरफ्तार के लिए कुछ लोगों से पूछताछ के बाद एनआईए की रिपोर्ट पर यूपी एटीएस ने देवबंद में छापामारी करते हुए बांग्लादेशी नागरिक हबीबुल्लाह मिस्बाह उर्फ नाजिर पुत्र ताहिर अहमदुल्लाह उर्फ अव्वल को गिरफ्तार किया। यूपी एटीएस की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने महत्वपूर्ण जानकारियां एटीएस को दी जिसके बाद एटीएस ने आरोपियों के पास से फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट, बांग्लादेशी वोटर कार्ड, बांग्लादेशी पहचान पत्र समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए। दोनों बांग्लादेशी नागरिकों के पास से हजारों रुपए की नकदी भी बरामद की गई। यूपी एटीएस की तहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।

आखिर बांग्लादेश का कौन है स्थानीय मददगार?

यूपी एटीएस द्वारा देवबंद से गिरफ्तार किए गए दो संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा देवबंद में जिस प्रकार से फर्जी आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज बनवा लिए थे यह अपने आप में एक बड़ी बात है। गौरतलब हो कि 4 वर्ष पूर्व एटीएस द्वारा ही बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के आतंकी अब्दुल्लाह को गिरफ्तार किया था। जिसके पास से भी पुलिस ने देवबंद के पते पर बने फर्जी पासपोर्ट बरामद किया था। अब सवाल यह उठता है कि देवबंद में ऐसे लोगों को कौन मदद पहुंचाता है, ऐसे लोगों तक पहुंचना भी खुफिया एजेंसी को ले एक बड़ी चुनौती होगी।

वर्जन…..

यूपी एटीएस द्वारा देवबंद से दो बांग्लादेशी नागरिकों गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई आरंभ कर दी गई है। स्थानीय मददगारों की भी पहचान कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

विपिन ताड़ा, एसएसपी सहारनपुर।

रिपोर्ट प्रशांत त्यागी

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