गाजियाबाद। मोदीनगर क्षेत्र के गांव गदाना में छह वर्षीय बच्ची की हत्या की घटना का मोदीनगर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया। दुष्कर्म की कोशिश का विरोध करने पर आरोपित ने ईंट ने हमला कर बच्ची की हत्या कर दी। इसके बाद पहचान छिपाने के मकसद से बच्ची का चेहरा ईंट से कूच दिया।
पुलिस को गुमराह करने के लिए वह घटना के बाद स्कूल चला गया। हालांकि, पुलिस ने हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो आरोपित ने सब उगल दिया। आरोपित को गिरफ्तार कर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त ईंट बरामद की है। हत्या में दर्ज मुकदमे में ही अपहरण, पाक्सो समेत अन्य धाराएं बढ़ाई जाएंगी।
13 साल का है आरोपी
डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित की उम्र 13 वर्ष है। वह बच्ची के घर से थोड़ी ही दूरी पर रहता है। काफी समय से उसकी नजर बच्ची पर थी। शनिवार सुबह जब बच्ची खेल रही थी तो आरोपित उसे अपने साथ खेत में ले गया। वहां बिटौड़े के बीच में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश करने लगा।
शोर मचाने पर ईंट से सिर कूचा
आरोपित की हरकत से परेशान बच्ची ने शोर मचा दिया और भागने लगी। घबराकर आरोपित ने पास में पड़ी ईंट बच्ची की तरफ फेंकी। ईंट बच्ची के सिर में लगी और वह बेहोश होकर गिर पड़ी। आरोपित को डर था कि बच्ची उसकी करतूत के बारे में गांव में ना बता दें। इसलिए उसने ईंट से बच्ची का चेहरा कूच दिया और स्कूल चला गया।
पिता पहले ही इस आरोप में गया था जेल
उधर, आरोपित के पिता को भी मोदीनगर पुलिस ने कुछ दिन पहले जेल भेजा था। उसके पास से नशीला पदार्थ बरामद हुआ था। इसलिए पुलिस ने कार्रवाई की थी। वहीं, पुलिस के मुताबिक, बच्ची का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल की देखरेख में हुआ। वीडियोग्राफी भी कराई गई।
खून से सनी शर्ट से आरोपित तक पहुंची पुलिस
आरोपित ने जब बच्ची की हत्या की तो खून की छींटे उसकी शर्ट पर लग गई। इसलिए वह शर्ट को पास में ही एक पेड़ की टहनी पर लटका कर चला गया। छानबीन के दौरान पुलिस ने शर्ट कब्जे में ली थी। रविवार को जब आरोपित से शर्ट के बारे में पूछा तो वह पुलिस को बरगलाने लगा। कहने लगा कि पहले उसे चोट लगी थी तभी यह शर्ट खून में सन गई थी। एक के बाद एक क्रांस प्रश्नों में आरोपित उलझा और घटना का पर्दाफाश हुआ।
जिंदा है बच्ची उसी ने बताया नाम
आरोपित बार-बार पुलिस को बरगलाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन, पुलिस ने नया दाव खेला। पुलिस ने उससे कहा कि बच्ची अभी जिंदा है। होश में आने पर उसने पुलिस को सब बता दिया है। इतना सुनते ही आरोपित घबरा गया और सारी बात पुलिस को बता दी। उसने पुलिस को बताया कि हत्या करने का उसका कोई इरादा नहीं था। लेकिन, अगर वह उसे नहीं मारता तो पूरे गांव में बात फैल जाती।
रविवार को गदाना हुआ छावनी में तब्दील
शनिवार देर रात भूमि का शव गांव में पहुंचा तो चीत्कार मच गया। पूरी रात गांव के अधिकांश लोग जागे रहे। रविवार सुबह 11 बजे भूमि का अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान गदाना गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया। निवाड़ी, भोजपुर, मोदीनगर थाने से पुलिस बल के अलावा पीएसी की कंपनी व क्यूआरटी भी गांव में तैनात की गई।
हंगामे की स्थिति को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड पर रही। पुलिस उच्चाधिकारी भी पल-पल की अपडेट लेते रहे। पुलिस को चिंता थी कि जिस तरह शनिवार रात को शांति व्यवस्था प्रभावित हुई, उसी तरह रविवार को भी कोई घटना ना हो जाए।
इसलिए अंतिम संस्कार के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। पूर्व विधायक पंडित सुदेश शर्मा, सपा नेता रमेश चंद प्रजापति समेत शहर के तमाम गणमान्य लोग पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और स्वजन का ढांढस बढ़ाया। बच्ची को मुआवजा दिलाने का भी उन्होंने आश्वासन दिया।
पुलिस टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर घटना का पर्दाफाश करने का स्वजन को आश्वासन दिया था। लेकिन महज 24 घंटे के भीतर ही आरोपित गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी ग्रामीण ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
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